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चाईबासा : कांग्रेस जिलाध्यक्ष सन्नी सिंकु को हटाने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे कार्यकर्त्ता

संतोष वर्मा

चाईबासा में सोमवार को कांग्रेस के नवनियुक्त कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अपने पार्टी कार्यकर्ताओं में नई उर्जा देने आये प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव का जहां भव्य स्वागत किया गया. वहीं पश्चिमी सिंहभूम जिला कांग्रेस अध्यक्ष सन्नी सिंकु के कार्यकलापों से तंग आकर कार्यकर्त्ताओं ने जिला कांग्रेस कार्यालय के सभागार के समक्ष सन्नी सिंकु के विरोध में जमकर हंगामा मचाया गया और जिलाध्यक्ष सन्नी सिंकु को जिलाध्यक्ष के पद से हटाने की मांग की.

मालुम हो कि नये प्रदेशध्यक्ष के आगमन के उस समय तक सबकुछ ठीक ठाक चलता रहा और जैसे ही परिसदन से शहीद चौक पहुंचे और काग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पहूंचे वैसे ही एक साथ पार्टी कार्यालय के समक्ष जमीन पर धरना पर बैठ गये और जिलाध्यक्ष सन्नी सिंकु के बिरूद्व हंगामा और सन्नी सिंकु को हटाने की मांग करने लगे. वहीं काग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व स्वास्थय मंत्री बन्ना गूप्ता सहीत पार्टी के वरिय नेताओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित करने का कार्यक्रम चल रहा था तो दुसरी ओर जिलाध्यक्ष सन्नी सिंकु को हटाओ और कांग्रेस को बचाओ का नारा लग रहा था.

विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं की चीख सुनकर सभागार में बैठे कार्यकर्ता सभागार से बाहर आ गये. बाद में प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा विरोध कर रहें कार्याकर्ताओं को वार्ता के लिए बुलाया गया, लेकिन प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्त्ता अपनी मांग पर अड़े रहे. उन्होंने कहा कि जब तक जिलाध्यक्ष सन्नी सिंकु को पद से नहीं हटाया जायेगा तब तक विरोध जारी रहेगा. बाद में काफी मान-मनौवल के बाद प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ता सभागार में गये और प्रदेश अध्यक्ष को साफ साफ कहा कि पिछले सात साल से जिलाध्यक्ष के पद में जमे है लेकिन कार्यकर्ताओं को एक जुट करने का काम नहीं किया, बल्कि पार्टी को गर्त में डूबोने का काम किया है. कभी संगठन मजबुती के लिए बैठक नहीं की है और और तो छोटे बड़े कार्यकर्ताओं को सम्मान भी नहीं दी जाती है. आज इसी का परिणाम है कि मजबुत कांग्रेस के कार्यकर्ता या तो झामुमो में जा रहे है या फिर भाजपा का दामन थाम रहे है. यदि पार्टी को बचाना है तो सन्नी सिंकु को जिलाध्यक्ष से हटाये. इन सात वर्षो में आज तक कांग्रेस का विधायक नहीं बना पश्चिमी सिंहभूम के पांच विधानसभा में. चुनाव के समय उम्मीदवार खड़ा होते है लेकिन उम्मीदवारों का जमानत तक नहीं बचती है.

कार्यकर्त्ताओं ने कहा कि जिलाध्यक्ष स्वंय चुनाव लड़ते है और अपनी जमानत तक नहीं बचा पाते. आज कांग्रेस का पश्चिमी सिंहभूम में सांसद है लेकिन आदीवासी बहुदेश्य कार्यक्रम में सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री को सम्मान तक नहीं दिया गया. और भी कई कारनामे है जो पार्टी हित और कार्यकर्ताओं के हित में नहीं किया गया है. वैसे जिलाध्यक्ष नहीं चाहिए. बाद में प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव द्वारा कार्रवाई करने का अश्वासन दिया गया तब जाकर कार्यकर्ता शांत हुए.

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