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चाईबासा : रोमन कैथोलिक चर्च में व्हाइट संडे समारोह आयोजित

संतोष वर्मा

चाईबासा के रोमन कैथोलिक चर्च में उजाला रविवार (व्हाइट संडे) समारोह पूर्वक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. समारोह में 44 कैथोलिक बच्चे-बच्चियाें ने पहला परम प्रसाद ग्रहण किया.

समारोह में जमशेदपुर धर्म प्रांत के प्रशासक सह प्रभारी बिशप फादर अगस्टिन तोपनो मुख्य अनुष्ठादाता के रूप में मिस्सा बलिदान चढ़ाया और नव परम प्रसादी बच्चे-बच्चियों को परम प्रसाद प्रदान किया. फादर अगस्टिन ने अपने संदेश में कहा कि परम प्रसाद संस्कार अपने जीवन में यीशु के वचनों पर दृढ़ रहने का प्रतीक है. फादर ने कहा कि बच्चे पहला परम प्रसाद ग्रहण करते ही बदलाव के मार्ग पर कदम रख लिया है. उन्होंने कहा कि बच्चे यीशु के वचनों के अनुसार जीवन में प्रेम और शांति का संचार करते हुए आध्यात्म में मजबूत बने. बच्चे बच्चियों को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए फादर अगस्टिन ने कहा कि अपने माता-पिता, अभिभावक, शिक्षक व बड़े जनों के मार्गदर्शन में उन्नति के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने की शक्ति मिले. पहला परम प्रसाद ग्रहण समारोह में यीशु के गुणगान में कोयर दल के मधुर गीत-“तुझसे मिली है जिन्दगी इसे कैसे मेरा कहूं, प्रभु से मिली है जिन्दगी इसे कैसे तोड़ दूं” गूंजा.

मौके पर पहला परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे-बच्चियाें ने सामूहिक रूप से घोषणा किया कि वे अपने जीवन में यीशु के वचनों के अनुसार प्रेम एवं शांति के साथ आध्यात्म में मजबूत रहकर औरों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे. समारोह में बच्चों को पहला परम प्रसाद ग्रहण करने के काबिल बनाने के लिए फादर सहाय थासन की अगुवाई में प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन करने वाले सिस्टर गीता सिंकु, प्रचारक रमेश कालुंडिया, सिरिल सुम्बरूई, शिक्षक रोबिन बालमुचु, अलका मिंज, लीली को पल्ली द्वारा सम्मानित किया गया.

इस मौके पर पल्ली पुरोहित फादर हालेन बोदरा, फादर होरो, कैथोलिक सभा के अध्यक्ष आशीष बिरूवा, सचिव जॉन देवगम, ब्रदर अनिल, सिस्टर अनिता, सिस्टर बलमदीना, सिस्टर शीतल,रंजीत मुंडु, प्रफुल्लित होरो गागराई, अमातुस तोपनो, धीरसेन धान, लियोनार्ड तोपनो, रोयलेन तोपनो, जुलियाना देवगम, भगवान तोपनो, अनिल कुजूर, थॉमस सुंडी, ज्योति पुरती, जोसेफ तोपनो, रोज भेंगरा, मधुसुदन बानरा समेत काफी संख्या में कैथोलिक परिवार के महिला-पुरूष व बच्चे-बच्चियां उपस्थित थे. समारोह के बाद परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे-बच्चियाें के माता-पिता ने अपने परिवार में विशेष भोज का आयोजन किया.

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