चाईबासा : मानव तस्करी के आरोप में दो तस्कर गिरफ्तार, 34 बच्चों को पुलिस ने कराया मुक्त
संतोष वर्मा
पश्चिमी सिंहभूम के विभिन्न क्षेत्र से छोटे-छोटे बच्चों के अभिभावकों को बेहतर पढ़ाई कराने के नाम बहला फुसला कर दुसरे राज्य में ले जाने का कारोबार फल-फुल रहा था. इन छोटे छोटे बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के बजाय धर्म परिवर्तन और डोनेसन वसूली के काम में लगाया जाता था. इस मामले को लेकर शनिवार को मानव तस्करी किये जाने के आरोप में चाईबासा जिला के गुदड़ी में रहने वाला जुनूल लोंगा व गया निवासी सत्येंद्र प्रसाद मोसेस को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 34 बच्चों को मुक्त कराते हुए चाईबासा पुलिस उन बच्चों को अभिभावक के हवाले कर दिया.
इस मामला को लेकर शनिवार को पुलिस कप्तान क्रांती कुमार गढ़देशी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि विशेष शाखा झारखण्ड रांची से सुचना प्राप्त हुई कि झारखण्ड के 34 बच्चों को मानव तस्करी कर पंजाब के लुधियाना स्थित पेकियम मर्सी क्रॉस होम फुलनवाल इन्दरनगर पखवाल रोड लुधियाना में रखा गया है. सभी बच्चे काफी छोटे छोटे है एवं डरे सहमे हुये है. इनके खाने पीने एवं मेडिकल की उचित व्यवस्था भी नहीं है. बच्चों को अभिभावक से भी दुर रखा गया है. यह संस्थान पंजीकृत भी नही है तथा जेजे ऐक्ट का पूर्णरूप से उल्लघंन किया जा रहा है.
इस सुचना के आलोक में सीडब्लूसी लुधियाना से सम्पर्क कर बच्चों को बरामदगी के लिए त्वरित कार्रवाई करने के लिए आग्रह किया गया. थाना प्रभारी पुअनि बनारसी राम के नेतृत्व में सअनि अवध किशोर विद्यार्थी, पुलिस राजेंद्र सिंह मुण्डा, पुलिस सेवक कुजूर, मपु कुमरी माही मुर्मू व सीता उरांव एक टीम का गठन कर बच्चों के बारे में बिस्तृत जानकारी लेते हुए बच्चों को बरामदगी करने हेतु लुधियाना भेगा गया. आहुत थाना प्रभारी द्वारा जांच के क्रम में पाया गया कि जैसे ही सीडब्लूसी लुधियाना की टीम पेकियम मर्सी क्रास होम के संचालक सत्येंद्र प्रसाद मोर्सस करीब 55 वर्षिय जो गया जिले के रहने वाले है उनसे संपर्क की संचालक के द्वारा आनन फानन में 30 बच्चों को होम से भगा दिया गया तथा शेष 4 बच्चे होम में रह गये.जब झारखण्ड की टीम संचालक से संपर्क कर पुछताछ की तो ये बताये की झारखण्ड के सभी 34 बच्चे को उनके स्कूल के पूर्व छात्र जुनूल लोंगा जो पश्चीमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी का रहने वाला है, उसके द्वारा रांची एवं खूटी क्षेत्र से बच्चो को लाया गया था. होम संचालक को जैसे ही सुचना मिली जुनुल लोंगा को बुलाकर बच्चों को उनके साथ भगा दिया.
जांच के क्रम में पाया गया कि जुनुल लोंगा 20 बच्चो को चाईबासा जिला से उनके अभिभावक को बहला फुसला कर लुधियाना होम ले गया था. होम के संचालन से संबधित दस्तावेज को जप्ती सूची बनाकर जप्त किया गया है.20 में से 15 बच्चों मे से पुछताछ की जा चुकी है. शेष पांच बच्चों से पूछताछ नहीं हो सकी है.बच्चों के द्वारा बताया गया कि उन्हें होम में प्रेयर एवं बाईबिल का पाठ काराया जाता था. तीन हॉल में बच्चों को हाईट के अनुसार क्लास में दाखिला दिया जाता था. बच्चों के अभिभावक को अंधकार में रख कर सारी कारवाई जाती थी. ये अपनी संस्था को वर्ष 2006 तक रजिस्टर्ड कहते थे तथा नवीनीकरण नहीं होने की बात स्वीकार किया है. ये अपनी दुसरी पत्नी की मां मर्सी के नाम पर होम चलाने की बात कहते है. इनके हॉस्टल में सभी धर्म के बच्चों से बाईबील का पाठ कराया जाता है. होम के बच्चे 04 बच्चों को जो खूंटी एवं बुंडू के है ईन्हे भी बरामद कर ली गई है. जिन्हें सीडब्लुसी के माध्यम से उनके अभिभावक तक पहूंचाया जा रहा है. सत्येंद्र प्रसाद मोर्सस एवं जुनुल लोंगा को गिरफ्तार किया गया है. वह अपनी गलती को स्वीकारा है. इस सबंध में काण्ड संख्या 02/18 के तहत 26/8/18 को धारा 370,भादवी 42 जेजे एक्ट 5 itp एक्ट एवं 4 झारखण्ड रिलिजियस फ्रिडम एक्ट 2017 अंकित कर अनुसंधान की जा रही है.
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