चाईबासा : आदिवासी हो समाज युवा महासभा के प्रयास से दो परिवारों ने ईसाई धर्म छोड़ सरना धर्म में की वापसी
संतोष वर्मा
चाईबासा में आदिवासी हो समाज युवा महासभा के प्रयास पर ईसाई धर्म अपनाने वाले दो परिवार ने स्वेच्छा से पुन: सरना धर्म में वापसी की है. नोवामुंङी प्रखंड अध्यक्ष बलराम लागुरी के द्वारा जाते शुद्धिकरण किया गया है.
बैठक की अध्यक्षता सियालजोड़ा मुखिया राज बानरा ने किया. देवगांव में लोगों को संबोधित करते अनुमंङल अध्यक्ष मंजीत कोड़ा ने कहा कि आदिवासी हो समाज सभी धर्मो का सम्मान करती है. लेकिन कुछ लोग आर्थिक, रोजगार, शिक्षा व स्वास्थ्य के नाम पर प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन किया जाता है. इसका हम कड़ा विरोध करते है. उन्होने कि सरकार आदिवासी बच्चों के लिए हर सुविधा मुहैया करा रही है, इसके वावजूद पढ़ाई के मामले में हम काफी पीछे है. पढ़ाई लिखाई नहीं होने के कारण मुलभूत सुविधा नहीं ले पा रहे है. जिस कारण अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए धर्म परिर्वतन कर जाते है.
मौके पर नोवामुंङी प्रखंङ अध्यक्ष बलराम लागुरी, सचिव शंकर चातोम्बा, उपाध्यक्ष बामिया चाम्पिया, कृष्णा बोबोंगा, विजय हांसदा, रुईलुंग पुरती आदि उपस्थित थे.
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