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चाईबासा : हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज युवा भाषा महासभा ने दिया धरना

संतोष वर्मा

https://youtu.be/dWdSUTKMOjI

चाईबासा में शुक्रवार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा ने कोलहान प्रमंडलय के सभी जिला में हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची शामिल करने की मांग को लेकर प्रखंङ कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व जिला मुख्यालय में जहां युवा महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष भूषणपाठ पिंगुवा व जिलाध्यक्ष गब्बर सिंस हेंब्रम हाटगम्हरिया प्रखंणौड तो वहीं जगन्नाथपुर प्रखंड में केंद्रीय महासचिव सोमा कोड़ा मुख्य वक्ता के रुप में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे. हालांकि जगन्नाथपुर प्रखंड में प्रखंङ अध्यक्ष नरकांत कोड़ा व अनुमंङल अध्यक्ष मंजीत कोड़ा ने सयुक्त रुप से किया.

संबोधित करते केंद्रीय महासचिव सोमा कोड़ा ने कहा कि  हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांगों को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा  जोरदार आंदोलन करेगी. कहा कि हमारी  हो भाषा को सरकारी मान्यता नहीँ मिलने के कारण विलुप्त होने के स्थित में है. हो भाषा में ङिग्री ले रखें आदिवासी छात्र छात्राओं की भविष्य अंधकार में है. इस  पक्ष पूर्ण रवैया को कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होने कहा कि हम आदिवासी सभी धर्मों का सम्मान करते है. लेकिन समाज विशेष को निशाना बनाकर स्कूल, शिक्षा, आर्थिक तथा स्वस्थ्य का प्रलोभन देकर धर्म परिर्वतन हमारे समाज के लोगों धर्म परिवर्तन बड़े पैमाने पर निरक्षर आदिवासियों को कराया जा रहा है. इसका कड़ी निंदा करते है. अनुमंङल अध्यक्ष मंजीत कोड़ा ने कहा कि हमारी भाषा को मान्यता नहीं मिलने के समाज के युवक युवतियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हो भाषा के सहित्याकार, लेखक व कवियों को मान सम्मान नहीं मिल रही है.

मौके पर में पंचायत अध्यक्ष सह जिंतुगाड़ा मुंङा सोमनाथ सिंकु,  मुंङा जामदार लागुरी, सुरेश हेस्सा, विनीत लागुरी, गणेश कोड़ा, कृृष्णा बोबोंगा, किशोर सिंकु, सुभाष कोड़ा, बिरेंद्र बालमुचू,  सहित काफी संख्या में  लोग उपस्थित थे.

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