चाईबासा : सिंहभूम की पहली महिला सांसद बनी गीता कोड़ा, भाजपा के लक्ष्मण गिलुआ को 72845 मतों से हराया
संतोष वर्मा
चाईबासा में सिंहभूम सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़ा फेरबदल हुआ है. जहाँ एक तरफ सिंहभूम की जनता ने पहली बार इस सीट से एक महिला प्रत्याशी को जीत दिलाई है. वहीं भाजपा के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष को कांग्रेस की एक महिला प्रत्याशी से करारी शिकस्त मिली है. कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण गिलुआ को 72845 वोटों से हरा दिया है.
बता दें कि इस बार सिंहभूम की जनता ने एक महिला प्रत्याशी के पक्ष में अपना मत देकर सिंहभूम में अपना फैसला देते हुए इतिहास रच दिया दिया है. जहाँ प्रदेश से लेकर देशभर में भाजपा का शानदार प्रदर्शन रहा वहीं सिंहभूम में सीट बचाने की संघर्ष की लड़ाई लड़ रहे झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ नाकाम रहे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ मतगणना के शुरूआती दौर से ही पीछे चल रहे थे. लेकिन वोट का फासला धीरे धीरे इतना बढ़ गया कि लक्ष्मण गिलुआ की वापसी मुश्किल हो गयी. अंततः कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने लक्ष्मण गिलुआ को 72845 वोटों से हराकर सिंहभूम की धरती में फिर एक बार कांग्रेसी झंडे को लहराने में कामयाब रही. इससे पहले दिवंगत कांग्रेसी नेता बागुन सुम्ब्रई सिंहभूम की धरती में लगातार चार बार सांसद बनने का रिकोर्ड बना चुके हैं. सिंहभूम की धरती में कांग्रेस का दबदबा रहा है और इस बात को फिर से सिद्ध करने में गीता कोड़ा कामयाब रही.
अपनी जीत के बाद गीता कोड़ा ने कहा कि केंद्र से लेकर राज्य में भाजपा की सरकार थी, खुद लक्षमण गिलुआ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे. लेकिन इसके बावजूद अपनी सीट नहीं बचा पाए. इससे साफ़ जाहिर होता है कि लक्षमण गिलुआ जनता से कट चुके थे और जनता ने इसी का बदला चुनाव में ले लिया. इधर लक्ष्मण गिलुआ ने हार की नैतिक जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा की पार्टी अगर उनसे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा मांगती है तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं. लेकिन यह वक्त पार्टी को विधानसभा के लिए तैयार करने का है, सिंहभूम में यह हार भाजपा के लिए एक सबक है जिससे सिख लेने की जरुरत है.
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