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चाईबासा : हत्या और लूट के कई कांडों का आरोपी कुख्यात जमादार सिंकू को पुलिस ने किया गिरफ्तार

संतोष वर्मा

चाईबासा के तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तीन लूट व एक हत्या के आरोप में पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे जमादार सिंकू उर्फ सिपाही को शुक्रवार को जगन्नाथपुर पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस जमादार की गिरफ्तारी से चार कांडों का उद्भेदन किया गया.

ज्ञात हो कि गिरफ्तार जमादार सिंकु उर्फ सिपाही द्वारा 22 अक्टूबर 17 को जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर से चाईबासा की ओर जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप में अपने तीन साथियों के साथ रूपये लूट पाट की थी. जबकि दूसरी घटना को इसके पहले 19 अक्टूबर 17 जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के शिव मंदिंर स्थित तरूण बोरा वाला के गोदाम में बंदुक की नोक पर रूपये लूट लिया गया था. इसी प्रकार कुमारडुंगी थाना क्षेत्र में 21 अगस्त 16 को लूट पाट की घटना का अंजाम दिया था. इधर वर्ष 2016 में उसने अपने ही बड़े भाई चंद्रमोहन सिंकु को मोटरसाइकिल के चलते तीर मार कर हत्या कर दिया था. इन सभी घटनाओं का अंजाम देने के बाद जामादार सिंकु उर्फ सिपाही घर छोड़ कर मुम्बई भाग गया था काम करने.

इधर, जगन्नाथपुर पुलिस अपनी नजर रखी हुई थी. गुरूवार को जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक को गुप्त सूचना मिली की जामादार सिंकु उर्फ सिपाही जगन्नाथपुर में है. सुचना पाकर थाना प्रभारी मधु सुदन मोदक ने स्वंय व सअनि उमेश प्रसाद, नंद किशोर सिंह व जेटेया थाना के सअनि मनोज कुमार सिंह, महेंद्र रजक तथा मुंशी संजित प्रधान व अन्य शस्त्रबल को सादे लिबास में जामादार की गिरफ्तारी के लिए विशेष छापामारी दल का गठन कर जगन्नाथपुर बाजार में भेज दिया गया. वहीं जामादार जगन्नाथपुर के भारतीय स्टेट बैंक में रुपये की निकासी के लिए आया हुआ था, इसी दौरान जामादार नें अपना आधार कार्ड व अन्य कागजात का फोटो कॉपी कराने के लिए पास के ही एक जिरक्स दुकान में गया तो पहले से ताक लगायी जगन्नाथपुर पुलिस ने जामादार सिंकु को चारो ओर घेर लिया और पकड़ कर गिरफ्तार करने में सफलता हांसिल की.

शुक्रवार को सभी कांडों में अपनी संल्पिता को स्वीकार किये जाने के बाद जगन्नाथपुर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. वहीं जामादार नें बताया कि वर्ष 2007 में हमारे पिताजी ने एक मोटरसाइकिल खरीदी थी. जिसे मेरा भाई मुझे चलाने के लिए नहीं दिया करता था जिसे लेकर दोनों भाई में झगड़ा हुआ करता था. इसी का बदला लेने के लिए अपने बड़ा भाई का हत्या कर दिया. लेकिन मुझे भी बाद में हमारा ही छोटा भाई रेंगसो सिंकु ने गोली मार थी लेकिन हमारा जान बच गया. हलांकि रेंगसों सिंकु अभी फरार चल रहा है.

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