चाईबासा : विधायक गीता कोड़ा ने पारा शिक्षकों के समायोजन में लगाया अनियमितता का आरोप
संतोष वर्मा
चाईबासा में एक ओर सरकार राज्य भर में स्कूल में बेहतर शिक्षा दिलाने की बात कह कर ताल ठोक रही है, वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा शिक्षक समायोजन के नाम पर बड़ा खेला बेला कर रहें है. इसी कड़ी में जिले में गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा व्यवस्था बहाल करने को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा सरकार के नियमावली को ताख पर रख कर शिक्षकों का समायोजन करने का मामला प्रकाश में आया है.
बता दें कि पारा शिक्षकों का समायोजन प्रखंड़ शिक्षा समिति के अध्यक्ष व सदस्यों के द्वारा ना कर जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा पारा शिक्षकों का समायोजन किये जाने का मामला तुल पकड़ लिया है. गुरूवार को जिले के जगन्नाथपुर प्रखंड़ मुख्यालय में जिला शिक्षा अधीक्षक के आदेश के आलोक में प्रखंड़ प्रसार शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जगन्नाथपुर प्रखंड़ में 10 पारा शिक्षकों का समायोजन छात्र अनुपात के हिसाब से प्रखंड शिक्षा समिति का बैठक बुलाया गया था. उक्त प्रखंड शिक्षा समिति की बैठक में जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक गीता कोड़ा भी उपस्थित थी समिति के अध्यक्ष होने के नाते. लेकिन विधायक गीता कोड़ा ने छात्र छात्राओं की भविष्य को लेकर जहां उचित कदम उठाई वहीं शिक्षा विभाग द्वारा प्रखंड़ शिक्षा समिति के अधिकारों का हनन किये जाने की मामलों को लेकर शिक्षा विभाग के प्रति विरोध जताते हुए बैठक को स्थागित कराने की मांग की.
वहीं विधायक गीता कोड़ा द्वारा शिक्षा विभाग की गलती पकड़े जाने पर तुरंत जिला शिक्षा पदाधीकारी नें बैठक को अगले आदेश तक स्थागित कर दिया गया. इस मामले पर विधायक गीता कोड़ा ने कही कि जब प्रखंण्ड स्तर पर पारा शिक्षकों का समायोजन विद्यालय में अध्यनरत्त छात्र छात्राओं के अनुपात करने का अधिकार प्रखंड़ शिक्षा समिति को है तो फिर जिला शिक्षा अधीक्षक कैसे कर दी. क्या प्रखंड़ शिक्षा समिति जिला के आदेश पत्र पर अनुमोदन करने के लिए बैठी है. कहा गया कि पारा शिक्षकों का समायोजन में बड़ी गड़बड़ी है और प्रखंड़ शिक्षा समिति के अधिकारों का हनन किया गया है. शिक्षा विभाग स्थापना समिति की बैठक अपने स्तर से करके कुछ भी निर्णय ले लेती है. जबकि आरटी के तहत 35 छात्र छात्राओं पर एक शिक्षक होना है तो 49 छात्र छात्राओं पर एक शिक्षक होने का नियम कहां से बन गया. साथ ही क्या एक शिक्षक वर्ग एक से पांच वर्ग तक पढ़ा पायेगी.कम से कम दो शिक्षक विद्यालय में होगें तब ही बेहतर गुणवक्ता वाली शिक्षा मिल पायेगी.प्रखंड़ शिक्षा समिति के अध्यक्ष विधायक गीता कोड़ा, प्रखंड विकास पदाधिकारी, व सदस्य में प्रखंड़ शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व नामित शिक्षक सदस्य बैठक में शामील थे. लेकिन अधिकार व विभाग के द्वारा बरती गई अनयमित्ता को लेकर रद्द कर दी गई बैठक.
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