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चाईबासा : विद्यालय की समस्याओं को लेकर बैठक आयोजित

संतोष वर्मा

चाईबासा के कसंलापोस गांव के रुगुड़साई में बुधवार को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय रुगुड़साई के विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पूर्णचंद्र सिंकु की अध्यक्षता में ग्रामीणों और बच्चों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें झारखंड शिक्षा परियोजना के नोवामुण्डी प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी किशोर सिंकु व वार्ड सदस्य रमेश सिंकु व समाजसेवी कृष्णा सिंकु व एस्पायर के ब्लॉक कोडिनेटर एस रमेश ने मुख्य रुप से बैठक का नेतृत्व किया.

बैठक में विद्यालय में शिक्षक की कमी, चहारदिवारी का अभाव के साथ-साथ अनिवार्य, नियमित और गुणवर्त्तापूर्ण शिक्षा के आलावे स्वास्थ्य, पोषण, बच्चों व अभिभावकों में शिष्टाचार का निमार्ण आदि को लेकर गम्भीरता के साथ करीब चार घंटा ग्रामीणों ने आपस में चिंतन चर्चा किया. बैठक में गांव में टाइम पास के लिए कभी-कभी खेले जाने वाले मनोरंजन खेल से बच्चों को दुर रखने व विद्यालय व आंगनवाड़ी के समय सभी बच्चों का केंद्र में उपस्थिति तथा पढ़ाई-लिखाई के समय गोटी खेलने व किसी बच्चे से घरेलू या बाहरी काम नही करवाने आदि का मजबुती के साथ निर्णय लिया गया.

साथ ही बच्चों के कानून सम्मत अधिकारों की सुरक्षा को लेकर बाल अधिकार सुरक्षा समिति का गठन भी सभी ने आपसी सहमती से किया. जिसका अध्यक्ष विभीषण सिंकु, उपाध्यक्ष जानकारी सिंकु, सचिव मनोज सिंकु, कोषाध्यक्ष शीला सिंकु, सलाहकार बीपीओ किशोर सिंकु, कृष्णा सिंकु, मंजू सिंकु, जितेंद्र लागुरी व पूर्णचंद्र सिंकु तथा कार्यकारणी सदस्य सुशील सिंकु, लालसिंह लागुरी, सेलाय सिंकु, रमेश सिंकु, गोरखा सिंकु, लक्ष्मण गोप,मीना लागुरी, अनिल हेम्बरम, अभिमन्यू गोप, राम सिंकु, सोनाराम गोप, सुग्रीव सिंकु, कारजी सिंकु, मेजन्ती सिंकु, सीता हेम्बरम, लक्ष्मी सिंकु, प्रेम सिंकु, जनमति सिंकु, पूनम पुरती सहित अन्य को चुना गया.

बैठक को सम्बोधित करते हुए एस्पायर के ब्लॉक कोडिनेटर एस. रमेश ने कहा कि शिक्षक की कमी को पूरा करने के लिए अभिभावक को सबसे पहले विद्यालय में नमांकित सभी बच्चों को रोजाना विद्यालय भेजने की जरुरत है. साथ ही प्रबंधन समिति व पंचायत प्रतिनिधि, मुण्डा मानकी आदि के सहयोग से शिक्षा का अधिकार कानून के तहत शिक्षक की मांग सरकार व विभाग से किया जा सकता है. बीपीओ किशोर सिंकु ने कहा रुगुड़साई का विद्यालय को एक आदर्श बनाना होगा. गांव के सभी 6-14 के बच्चे विद्यालय में होने चाहिए न कि खेत व मैदान में गाय बैल चराते व दुसरे के यहाँ बाल मजदुरी करते दिखना चाहिए. समाजसेवी कृष्णा सिंकु ने कहा बच्चों को अपने बुरी आदतें जैसे टाईमपास के लिए ताश खेलना, नशापान करना, झगड़ा करना आदि महौल से हमेशा दुर रखे. खुद भी संस्कारी बने और गांव के सभी बच्चों को भी संस्कारी बनाना सबकी जिम्मेदारी होनी चाहिए.

बैठक में निर्णय लिया गया कि समिति की अगली बैठक 27 सितम्बर को होगी. इस अवसर पर एस्पायर के कलस्टर कॉडिनेटर बिशाल गोप, पूनम पुरती, पूर्व समर टीचर जानकी सिंकु, मीना लागुरी, सहिया जनमति सिंकु, वार्ड सदस्य रमेश सिंकु सहित अन्य उपस्थित थे.

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