चाईबासा : मजदूर नेता जोन टे बड़ाय को आदिवासी हो समाज युवा महासभा के लोगों ने खदेड़ा
संतोष वर्मा
चाईबासा के तथाकथित नेता जोन मिरन मुंडा उर्फ टे बडाय कमार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्यों ने रविवार को उनका आईना दिखा कर खदेड़ा.
जानकारी हो कि तथा कथित नेता जोन टे बड़ाय के द्वारा आदिवासी हो समाज युवा महासभा केन्द्रीय सभागार हरिगुटू मे एक बहस हेतू बैठक बुलाई गयी थी. इस बैठक में जोन ने आदिवासी हो समाज युवा महासभा पर कई गंभीर राजनीतिक आरोप लगाकर एक आदिवासियत नेता के रूप में खुद को प्रस्तुत करने का सपना देखा था, परंतु असफल रहे. वहीं आदिवासी हो समाज महासभा, सेवानिवृत संगठन, बुद्धिजीवि वर्ग समूह एवं अन्य द्वारा भी जोन टे बड़ाय को रिजेक्ट लीडर माना गया. जिसके बाद जोन के साथ आए उनके समर्थक भी उसका साथ छोड कर भाग गए. जोन घंटों अपने समर्थकों को फोन पर बुलाता रहा पर कोई नहीं आया.
मौजूदा स्थिति में जोन में अंदर ही अंदर डर समा गया था और अपने चुनिंदा समर्थकों को कार्यक्रम स्थल से चलने को कहा. इस दौरान उसे आदिवासी हो समाज युवा महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष भूषण पाट पिंगुवा द्वारा जोन टे बडाय कमार को सख्त हिदायत दी गई कि इस कार्यक्रम से स्थल से निकलने के बाद सोशल मीडिया में अनर्गल बयान-बाजी और समाज के वातावरण को खराब करने का काम न करें अन्यथा युवा महासभा हर जगह जवाब देगी. महाबहस करने का जोन को जो गुरूर था उसका वास्तविकता सामने आ गयी. युवा महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष के सामने जोन घंटो बैठा रहा पर बोलने के लिए शब्द ही नहीं मिल रहा था. जोन को समाज एवं संगठनों की कार्य प्रणाली एवं कार्य पद्धति के बारे बारिकी से समझाया गया.
आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्यों ने जोन को उनके द्वारा किए जा रहे समाज के वातावरण को खराब करने वाले कार्यो को बता कर उनको आईना दिखाया गया. साथ ही जोन द्वारा लगाए गए गलत आरोपों के विरूद्ध नारेबाजी कर महासभा के प्रंगण से खदेडकर भगाया गया. इस दौरान जोन के समर्थक अपने नेता को छोड कर भाग गये. इसे देख जोन अपनी गाडी से भागने में सफल रहे.
महाबहस में युवा महसभा के तीनों जिलों पदाधिकारी एवं सदस्यों के अलावे अन्य राज्यों से भी प्रतिनिधि उपस्थित थे.
पश्चिमी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष गब्बर सिंह हेम्ब्रम ने कहा कि हो समाज की गरिमा के आधार पर सामाजिक नेतृत्व में गलत एवं सही का सुझाव और विचार के लिए आदिवासी हो समाज युवा महासभा स्वागत करती है, परंतु सोशल मीडिया में असामाजिक एवं अमर्यादित व्यान के कारण लोग जोन के खिलाफ आक्रोषित हैं. उनके खिलाफ गांव-गांव में उनके द्वारा समाज के विरूद्ध एवं मजदूरों के शोषण के विरोध में आंदोलन किया जाएगा ताकि उनकी असलियत लोगों को हो. जमशेदपुर जिला अध्यक्ष शुरा बिरूली ने कहा कि जोन मिरन मुंडा समाज के लिए महामारी है. एैसे लोगों का समाज में रहना खतरे से खाली नहीं है इसलिए प्रशासन से निवेदन कि इस तरह के अपराधिक विचारधारा के लोगों को जल्द से जल्द जेल भेजे.
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