चाईबासा : जगन्नाथपुर पुलिस ने छिरिया नार जंगल मे भटके छः बच्चों को छः घण्टे के अंदर खोज परिजनों को सौंपा
संतोष वर्मा
चाईबासा जिले के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के जैंतगढ़ पंचायत के अंतर्गत पड़ने वाले गुटूसाई गांव के छह बच्चे घर से नहाने के नाम पर निकले सभी बच्चे अचानक गायब हो गये. इस बात को लेकर बच्चों के परिजन इस मामले की स्थानीय पुलिस को सुचना दी.
वहीं जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधु सुदन ने मोदक सुचना पाते ही अपने सअनि तारकनाथ सिंह, मनोज कुमार व सशस्त्र बल के साथ बच्चों के परिजनों से पूछ ताछ किया. पुछताछ के क्रम में रहस्मय ढंग से गायब हुए बच्चों के परिजनों ने बताया कि रोज की तरह नदी में नहाने के नाम पर शाम चार बजे घर से सभी बच्चे निकले. लेकिन अंधेरे होने के बाद भी सभी बच्चे जब घर नहीं पहुंचे तो आस पास खोजबीन करने पर नहीं मिला बच्चा तो परेशान परिजन नें इसकी सूचना पुलिस को दी.
इसी सूचना के आलोक पर जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधु सुदन मोदक अपने सहकर्मी व स्थानीय छः-सात लोगों का सहयोग लेकर बच्चो को खोजना शुरू कर दिया. जिस बच्चें ने नहाने के लिए नदी में निकला था वह नदी क्षेत्र का प्रसिद्ध नदी रामर्थित नदी के नाम से जाना जाना जाता है. पुलिस को शक था कि कहीं नदीं में बच्चे डूब तो नहीं गये. करीब रात के अंधरे में दो घंटे तक नदी में तलाशी ली. ट्राच के सहारे लेकिन बच्चे नहीं मिले. फिर स्थानीय निलकंठ मंदिर के आस पास तलाशी ली गई लेकिन वहां भी नहीं मिले. फिर पुछताछ के क्रम में पता चला की कुल सात बच्चे नहाने के लिए गये थे. लेकिन एक बच्चा किसी तरह घर वापस लौट गया. वहीं पुलिस पुछ ताछ के क्रम में घर वापस लौटे बच्चे की मां डाट डपट कर रही बच्चे को देख वहां पहुंची तो हो भाषा में गूस्सा रही महिला ने अपने बच्चे को कुछ भी बताने से मना कर रही थी. वहीं खोज बिन में शामिल छोटू और चालक प्रकाश ने बात को पकड़ लिया. उसके बाद पुलिस छेड़ियानार जंगल में बच्चे को खोजना शुरू की. काफी रात करिब दो बजने के कारण गांव मे ही पुलिस व स्थानीय लोग शरण लिए. लेकिन इस खोज बीन की चर्चा गांव में जोरशोर से शुरू हो गई.
इधर तीन बजे अचानक खेड़ीयानार जंगल में उन छः बच्चों को एक जगह देखा गया और पुलिस ने उन सभी बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया और सभी बच्चों को सुरक्षित उनके परिजन को सौंप दिया.
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