चाईबासा : जान जोखिम में डालकर रोजाना स्कूली बच्चें व लोग बड़ाजामदा स्टेशन की 16 रेल पटरियों को करते हैं पार
संतोष वर्मा
चाईबासा के बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन से जहां दक्षिण पूर्व रेलवे को लौह अयस्क की ढुलाई के एवज में प्रतिमाह करोड़ो रूपये अर्जित होते है, वहीं इस स्टेशन पर यात्री सुविधा तो दुर लोगों को आवागमन करने के लिए एफओबी तक नहीं है. नतीजतन, रोजाना स्कूली बच्चे और लोग अपनी जान जोखिम में डालकर एक दो नहीं बल्कि 16 रेल पटरियों को पार कर आते-जाते हैं.
न्यूज़ पोर्टल www.abhibharat.com ने उक्त स्टेशन का जायजा लिया. जिसे आप भी देखिये. कैसे इलाके के लोग और स्कूली छात्र-छात्राएं अपनी जान को जोखिम में डाल कर करीब 16 रेल पटरियां पार कर अपने गंत्वय की ओर नित्य दिन आवागमन करते है. वहीं यात्रियों को स्टेशन पर बैठने के लिए चेयर तक नहीं. इतना ही नहीं और भी कई असुविधाऐं है.उक्त स्टेशन के दुसरी छोर पर आयरन ओर की ढुलाई रेलवे साईडिंग में होती है. जहां मजदुरों को ठेकेदारों द्वारा सुरक्षा के नाम पर ना जुता ना और ही कोई सामान दिये जाते है. लेकिन इन सभी कार्यो का नजारा स्टेशन प्रबंधक से लेकर सभी पदाधिकारी देख मूकदर्शक बने है.
वहीं इस मामले को लेकर क्षेत्र के जिलापरिषद सदस्य शंभू हाजरा ने कई समस्याओं को लेकर रेल प्रबंधक को पत्र सौंपा है. लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है. शंभु हाजरा ने बात करते हुए कहा कि एक माह के अंदर यदी रेलवे के पदाधिकारी उनकी मांगों के आलोक में कार्रवाई नहीं करते है तो रेल चक्का जाम होगा, जिसके जिम्मेवार रेलवे के पदाधिकारी होगें.
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