चाईबासा : निजी कम्पनियों में काम करने वाले ठेका मजदूरों ने राज्यपाल से मुलाकात के लिए निकाली पद यात्रा
संतोष वर्मा
पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा जिला के विभिन्न निजी कंपनियों में काम करने वाले करीब 200 ठेका मजदूर चाईबासा से रांची के लिए पदयात्रा शुरू की है. जो पांच दिन पैदल चल कर रांची पहुंचेंगे और 2 अक्टूबर को राज्यपाल को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे.
पदयात्रा में बडी संख्या में महिलाएं और युवा भी शामिल हैं. बहुत सारी ऐसी महिलाएं हैं, जिनके गोद में छोटे-छोटे बच्चे हैं. इसके बावजूद वे लोग करीब 150 किमी दूर रांची पदयात्रा में शामिल है. झारखंड कामगार मजदूर यूनियन के बैनर तले सभी मजदूर अपने साथ हो रहे शोषण के
खिलाफ राज्यपाल से मिल कर अपनी बात रखेंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे.
पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता जॉन मिरन मुंडा का कहना है कि झारखंड बने 18 साल बीत गया लेकिन इसके बावजूद चाहे भाजपा की सरकार हो या झामुमो-कांग्रेस का, किसी सरकार ने उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया. जिले की सभी निजी कंपनियां नियमों का धज्जियां उडा कर खनन कर रहे हैं, यहीं के आदिवासी-मूलवासी मजदूरों का जम कर शोषण कर रहे हैं. वे आवाज उठाते हैं, तो पुलिस-प्रशासन निजी कंपनियों का साथ देकर मजदूरों पर ही केस ठोंक देते हैं. इसलिए वे लोग मजबूर होकर राज्यपाल से मिलने पैदल ही निकले हैं.
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