Abhi Bharat

चाईबासा : चक्रधरपुर पुलिस व वन विभाग ने संयुक्त रूप से छापामारी में छ: लाख की बेशकीमती लकड़ियां बरामद

संतोष वर्मा

एक ओर सरकार वन-पर्यावरण को बचाने के लिए वनों में लाखों करोड़ो खर्च पर पौधा रोपण का अभियान चला रही है तो दुसरी ओर लकड़ी माफियाओं द्वारा वनों से बेशकिमती पौधों की कटाई कर कारोबार किया जा रहा है और लकड़ी माफियाओं गाढी कमाई कर अपने जेब गर्म कर रहें है. वहीं पश्चिमी सिंहभूम जिला के चक्रधरपुर अनुमंडल मुख्यालय के चांदमारी बस्ती में वर्षो से अवैध रूप से किशोरी लाल के घर लकड़ी फर्नीचर बनाने का कारोबार किये जाने का मामला प्रकाश में आया.

इधर इस बात की खबर जब चक्रधरपुर अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक सकलदेव राम व वन पदाधिकारी ए के परिमार को मिलि तो संयुक्त रूप से किशोरी लाल के घर छापामारी करने की योजना बनी. छापामारी रणनिति के अनुसार पुलिस ने किशोरी लाल के घर को पुरी तरह घेर लिया रात के ग्यारह बजे से भोर के चार तक घरों का सर्च अभियान चलता रहा. इस छह घंटे के छापामारी अभियान में किशोरी लाल के घर से बेशकिमती लकड़ी के 80 पटरे बरामद किये गये. वहीं अर्धर्निमित पलंग व फर्नीचर बरामद किया गया है.

बता दें कि इन बरामद लकड़ियों की बाजार में कीमत करीब छह से सात लाख आंकी गई है. जबकि थाना में मात्र ढाई लाख की लकड़ी बरामद किये जाने का मामला को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं इस बात की चर्चा बनी हुई है कि वन विभाग के लोग किशोरी लाल को बचाने का प्रयास में है. किशोरी लाल के द्वारा पिछले कई वर्षो से अवैध रूप से फर्नीचर बनाने का कारोबार चलाया जा रहा है. इस कार्य में वन विभाग के पूर्व कर्मचारी व अधिकारियों की सांठगांठ रहने के कारण ही यह कारोबार चलाने की बात सामने आ रही है. छापामारी दल में चक्रधरपुर एसडीपीओ सकलदेव राम, थाना प्रभारी गोपी नाथ तिवारी, वन पदाधिकारी ए के परिमर वन पुलिस व वन विभाग सुरक्षा बल के जवान शामील थे.

You might also like

Comments are closed.