चाईबासा : डायन बिसाही के आरोप में युवक को मारकर कुएं में फेंका
संतोष वर्मा
चाईबासा पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के केंजरा गांव में दो वर्ष बाद घर लौटे गोबाय दोराईबुरु की सोमवार को सात लोगों ने मिल कर डायन बिसाही के आरोप में हत्या कर दी. मृत्तक का शव कुएं से बरामद हुआ है, जिसके बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में छूट गयी है.
दरअसल, गोबाय दोराईबुरु को दो वर्ष पूर्व डायन के आरोप में परिवार सहित गांव से निकाल दिया गया था. दो दिन पहले जब वह वापस लौटा तो उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया. गोबाय दोराईबुरु की पत्नी सूना दोराईबुरु ने पति के हत्या के आरोप में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है. पत्नी ने मंगल सिंह दौराईबुरु, प्रधान दोराईबुरु, जुंबा हेस्सा, विरसा हेस्सा, कुरपे दोराईबुरु, विरसा हेस्सा (अन्य व्यक्ति), हरिचरण दोराईबुरु पर उसके पति की हत्या करने का आरोप लगाया है. सभी आरोपी गाँव से फरार हैं. पत्नी सूना दोराईबुरु के मुताबिक आरोपियों ने दो साल पहले उसके पति पर डायन होने का आरोप लगाया था. जिसके बाद आरोपियों ने उनके घर को तोड़ उन्हें गाँव से बाहर कर दिया था. आरोपियों से डरकर पति गोबाय दोराईबुरु अपनी पत्नी बच्चों को लेकर आदित्यपुर के नेपाली बस्ती चला गया, वहां मजदूरी कर गुजर बसर कर रहा था. लेकिन इसी बीच वह गाँव अपनी जमीन खेती बाड़ी देखने पहुंचा था. इसी दौरान सोमवार को गाँव में पति पत्नी अपने मवेशियों को खोजने लगे. तभी आरोपियों ने घेरकर पति की लाठी डंडे व पत्थर से कुचकर निर्मम हत्या कर दी. पत्नी सुना दोराईबुरु जान बचाकर किसी तरह भागने में सफल रही, नहीं भागती तो आरोपी उसकी भी हत्या कर देते.
पति की हत्या के बाद भागकर पत्नी अपने दोनों बच्चे हरि दोराईबुरु व कांडे दोराईबुरु के साथ टोंटो थाने में शरण ले ली. सूना दोराईबुरु ने पुलिस को बताया कि आरोपियों में हरीचरण दोराईबुरु रिश्ते में उसका भैंसुर भी लगता है. उसने ही हत्या कराने के लिए आरोपियों को एक लाख रुपये देने का बात कही थी. पुलिस ने केंजरा गांव और आसपास के जंगलों में खोजबीन की और उसके बाद गाँव के एक कुएं से गोबाय का शव निकाला.
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