सीवान : नसबंदी के तीन साल बाद गर्भवती हुई महिला, बच्ची को दिया जन्म
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में एकबार फिर स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुली है. जहाँ एक महिला की नसबंदी के तीन साल बाद उसके गर्भवती हो जाने का मामला सामने आया है. घटना हुसैनगंज प्रखंड के खानपुर खैराटी पंचायत के हरिजन मोहल्ला की है.
स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन के लिए नसबंदी करता है. भरोसा किया जाता है कि नसबंदी के बाद महिला गर्भवती नहीं हो सकती है. लेकिन हुसैनगंज प्रखण्ड के खानपुर खैराती पंचायत की एक महिला नसबंदी के तीन वर्षो के बाद भी गर्भवती हुई. जिसने एक बच्ची को जन्म दिया है. अब क्षेत्र के लोग नसबंदी प्रक्रिया पर अंगुलियां उठाने लगे हैं. साथ ही इस घटना से यही मालूम होता है कि यहां के डॉक्टर कितने लापरवाही से नसबंदी करते हैं. अथवा जल्दबाजी में नसबंदी ठीक तरह से न करने की बात सामने आ रही है. परेशान महिलाएं समझ नहीं पा रहीं कि आखिर सरकारी अस्पताल में इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है. खानपुर खैराटी पंचायत के हरिजन मोहल्ला निवासी जतन मांझी की पत्नी बिंदु देवी ने गत 05 अप्रैल 2014 को हुसैनगंज पीएचसी में नसबंदी कराई थी. अभी नौ माह पूर्व वह गर्भवती हो गई. जांच कराई तो डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि भी कर दी. गत 02 दिसम्बर को बिंदु देवी ने पीएचसी में ही एक पुत्री को जन्म दिया है. बिंदु देवी के पति जतन मांझी ने बताया कि पहले से ही उसके तीन पुत्र है. जिसकी वजह से उसने पत्नी की नसबंदी कराई थी. परिवार चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है.
वहीं सीवान सिविल सर्जन डॉ एससी झा की माने तो ऐसा नसबंदी के बाद एहतियातन सावधानी नहीं बरतने की वजह से होता है. उन्होंने कहा कि कई लोग बस एक बार ऑपरेशन हो गया उसके बाद किस-किस तरह के एहतियात बरतने हैं, इन पर भी ध्यान नहीं देते हैं. नतीजतन, ऑपरेशन के बाद तुरंत घुमने फिरने और गड्ढ़े वाले उभड-खाबड़ रास्ते में सफर करने से भी टांका टूट जाता है. रिंग स्लिप हो जाती हैं. जिससे ऑपरेशन फेल हो जाते हैं.
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