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सीवान : ढ़ाई वर्ष पूर्व मर चुके युवक की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने की कुर्की-जब्ती

शाहिल कुमार

https://youtu.be/ayLtXaC7iWA

सीवान में पुलिस का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. घटना महाराजगंज अनुमंडल स्थित महाराजगंज थाना क्षेत्र के पसनौली गांव की है. जहां शुक्रवार की शाम पुलिस एक मुर्दे की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पहुंच घर की कुर्की-जब्ती की.

दरअसल, महाराजगंज थाना में एक महिला द्वारा दर्ज केस संख्या 44/2018 में एक ऐसे व्यक्ति को दुष्कर्म का आरोपी बनाया गया जिसकी ढ़ाई वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है. मामले में कोर्ट द्वारा वारंट जारी होने के बाद जब मृत्तक आरोपी ने सरेंडर नहीं किया तब न्यायालय ने उसके घर को कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया. जिसके बाद महाराजगंज पुलिस ने कोर्ट में आरोपी की मृत्यु की बाबत जानकारी देने के बजाए न्यायालय के इस आदेश को मानते हुए शुक्रवार को उसके घर पहुंच कुर्की जब्ती की कार्रवाई की.

हालांकि कोर्ट के आदेश पर कुर्की करने गई पुलिस को कुछ समय के लिए परेशानियों का सामना कर पीछे हटना पड़ा. शुक्रवार की शाम को महाराजगंज थाना से सटे पसनौली निवासी वशिष्ठ सिंह व इंद्रजीत कुमार के घर कुर्की करने गई पुलिस पर परिवार की महिलाये भारी पड़ गई. जहां कुर्की-जब्ती करने गई पुलिस को थोड़ी देर के लिए पीछे हटना पड़ा. काफी मशक्कत, नोकझोंक व विरोध के बाद अंत में पुलिसकर्मियों ने महिला पुलिस बल बुलाकर कुर्की कराया.

मामले को लेकर महाराजगंज थानाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कुर्की करने पहुंची पुलिस की टीम पर पुरे परिवार के लोग बरस पड़े. उन्होंने कहा कि पुलिस कुर्की के अलावे कानून को हाथ में लेने का आरोप में अब पुलिस प्रशासन भी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में जुट गई है.

उधर, दूसरी ओर कुर्क परिवार की एक महिला एएनएम नयनतारा देवी ने पुलिस पर मनमानी और ज्यादती का आरोप लगाते हुए बताया कि एक महिला ने महाराजगंज थाना कांड संख्या 44/2018 दर्ज कर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. जिसमें वशिष्ट सिंह, उनके पुत्र अमरजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह व अन्य को दुष्कर्म का अभियुक्त बनाया था. प्रशासन को सवालिया निशान के घेरे में खड़ा करते हुए एएनएम महिला ने बताया कि इस कांड के मुख्य आरोपी उसके पुत्र अमरजीत सिंह की मृत्यु 23 अप्रैल 2016 में ही हो गई है. जिसका पोस्टमार्टम जिले के सदर अस्पताल में हुआ था. पुत्र की मौत हो जाने के बाद भी पुलिस उसकी गिरफ्तारी वारंट लगातार जारी किया. अंत में कोर्ट के आदेश पर कुर्की के लिए पुलिस उनके घर आई. पुत्र की मृत्यु की सारी बात बताने के बाद भी पुलिस नहीं मानी और कुर्की करने लगी. जब पुलिसकर्मियों से इस बात को लेकर विरोध किया गया तो घर में मौजूद मैं और मेरी बेटी के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट कर घायल कर दिया. साथ ही साथ सोने का मंगलसूत्र जितिया तथा पुत्री का चेन छीनने का महिला ने पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया है.

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