सीवान : गौरीशंकर धाम मंदिर में स्थापित है शिव-पार्वती की आकृति वाला पांच हजार वर्ष पुराना अद्भुत शिवलिंग, सोमवार को उमड़ती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
संदीप यति
सीवान जिले के जीरादेई प्रखंड के ठेपहां महादेवा टोला स्थित गौरीशंकर धाम मंदिर लोगों के आस्था के केंद्रों में से एक है. यहां बिहार के अलावें अन्य प्रांतों से भी श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा करने आते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां स्थापित शिवलिंग पर जलभिषेक करने से लोगों ने सिर्फ सारे कष्ट दूर होते हैं बल्कि मनवांच्छित फलों की प्राप्ति भी होती है. सोमवार के दिन यहां श्रद्धालुओं का जमघट लगता है.
बता दे कि जीरादेई के ठेपहां महादेवा टोला स्थित गौरीशंकर धाम मंदिर का शिवलिंग लगभग पांच हजार वर्ष पुराना है. वहीं यह शिवलिंग अपने आप मे अनोखा है. इस शिवलिंग भगवान शिव और पार्वती की आकृति तक भी बनी हुई है. शिवलिंग पर बनी आकृति को देखने से ऐसा पगत है कि वह लकड़ी का बना हुआ है लेकिन वास्तव में वह लकड़ी नहीं है.
स्थानीय लोगों और पुजारी की माने तो पुरातत्व विभाग भी इसका अंदाजा नही लगा सका कि शिवलिंग कितना वर्ष पुराना है. शिवलिंग को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते है. सोमवार को इस शिवलिंग को देखने के लिए मुम्बई के एक स्कूल कारोबारी सुभाष चंद्र प्रसाद पहुंचे. जहां उन्होंने जलाभिषेक करने के बाद मंदिर निर्माण में यथा संभव मदद करने की बातें कही. उन्होंने यह भी कहा कि हम देश-विदेशों के बहुत से तीर्थ स्थलों पर गये हैं, लेकिन ऐसा शिवलिंग कही नही देखा जो आज देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की धरती जीरादेई में देखा.
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