पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सीवान से अमिट संबंध रहा है : राहुल तिवारी
नागेन्द्र तिवारी
बिहार जनसंघ के संस्थापक रहे सीवान भाजपा के पूर्व सांसद पंडित जनार्दन तिवारी से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अमिट संबंध रहा है.
भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल तिवारी ने बताया कि जनसंघ के चुनाव प्रचार में जब 1959 में अटल बिहारी वाजपेयी सीवान आए तो उन्होंने पंडित जनार्दन तिवारी के निवास आकोपुर बिंदुसार में रात्रि विश्राम भी किया. गांव वाले बताते हैं कि सुबह साइकिल से यह लोग चुनाव प्रचार के निकल जाते थे. 1959 में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की बहन सुंदरी देवी को कांग्रेस ने सीवान से चुनाव लड़ने के लिए भेजा था और अटल जी ने उसी अकाउंट चुनाव प्रचार करने सीवान आए थे.
हालांकि सीवान विधानसभा के चुनाव में पंडित जनार्दन तिवारी जी चुनाव हार गए और पुनः 1962 में सुंदरी देवी को चुनाव हराकर जनसंघ का पताका फहराया. राहुल तिवारी ने कहा कि मेरे दादा पंडित जनार्दन तिवारी कहते थे कि 1959 में जब अटल बिहारी वाजपेयी आए तो मैंने उनसे पूछा कि मेरी स्थिति अभी सही नहीं है. उन्होंने कहा नहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की बहन से तुम लड़ने जा रहे हो, मैं आया आया हूं, तुम्हें सहयोग करूंगा. सन 1962 में जब स्वर्गीय पंडित जनार्दन तिवारी सीवान विधानसभा से सुंदरी देवी को चुनाव हराकर निर्वाचित हुए और अटल बिहारी वाजपेयी के पास गए तो उन्होंने जनार्दन तिवारी जी से कहा कि तुम तो घबरा गए थे. जनार्दन तिवारी को गले लगा लिया. जब स्वर्गीय पंडित जनार्दन तिवारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक फारबिसगंज अररिया एवं किशनगंज के हुआ करते थे तभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सानिध्य उन्हें हमेशा मिलता रहा.
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