सीवान : दवा विक्रेता संघ ने जुलूस निकाल किया प्रदर्शन, डीएम को दिया ज्ञापन
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में सोमवार को थोक दवा विक्रेता संघ द्वारा एक सांकेतिक प्रदर्शन कर सीवान के समाहर्ता सुश्री रंजीता को एक ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें फार्मासिस्टों की समस्या के साथ साथ विभागीय मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए ज्ञापन दिया गया. अगर, इसपर किसी तरह की कोई सुनवाई की प्रक्रिया नही होती है तो आगामी 1 सितंबर 2019 से पूरे देश मे दवा विक्रेता संघ अनिश्चित कालीन बंदी पर चले जाएंगे. जिसकी जिम्मेवार प्रशासन और राजनीतिक महकमा का होगा.
बता दें कि इसको लेकर सोमवार को दवा विक्रेता संघ ने शहर में जुलूस निकालकर प्रशासन को एक चुनौती दी है कि वे दवा विक्रेता के बातों को समझे और उसपर विचार करें. दवा विक्रेता संघ सीवान के सचिव राजु कुमार ने बताया कि हमलोग जुलूस के माध्यम से फार्मासिस्ट समस्या की समाधान हेतु सरकार से निवेदन करना चाहते है कि वे अविलंब इसका समाधान करे. पूरे बिहार में जितनी दवा की दुकान है उसकी अनुपात में फार्मासिस्ट की संख्या बहुत कम है. ऐसे में फार्मासिस्ट कहां से आएंगे. ये जिम्मेदारी सरकार की है सरकार अपनी जिम्मेदारी को समझे और जल्द ही इसका निदान करें.
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनिवास यादव ने बताया कि पूरे बिहार में लगभग 45 हजार से ज्यादा दवा की दुकानें है. लेकिन, फार्मासिस्ट मात्र पांच हजार है ऐसे में कैसे काम चलेगा. वही इन्होंने आरोप लगाया कि ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा अलग-अलग जिलों में जो दवा विक्रेताओं से जो दोहन किया जा रहा है ये सरासर गलत है. ड्रग इंस्पेक्टर पैसे की उगाही कर दवा विक्रेताओं के साथ अन्याय कर रहे है ऐसे में सरकार से मांग करते है कि सरकार दवा व्यवसाइयों की बात माने नही तो दवा व्यवसायी सड़क पर आने को मजबूर हो जाएंगे.
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