सीवान : चमकी बुखार ने दी दस्तक, 12 वर्षीय बच्चे की मौत
संदीप यति
मुजफ्फरपुर में तकरीबन डेढ़ सौ बच्चों को अपना निवाला बना चुके चमकी बुखार ने अब सीवान में भी अपने पांव पसार दिए हैं. मंगलवार को इस अजीबो गरीब और रहस्यमयी बीमारी से एक 12 वर्षीय बच्चे की गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृत्तक सीवान जिले के मैरवा प्रखण्ड के अटवा गांव जा रहने वाला था.
बताता जाता है कि अटवा गांव निवासी हरदेव यादव का 12 वर्षीय पुत्र विशाल यादव पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित था. घर वालों के अनुसार, पहले उन्होंने पास के ही एक डॉक्टर को दिखाया. लेकिन सुधार नही दिखाई देने के बाद सीवान बच्चे के डॉ दिनेश के पास ले जाया गया. लेकिन उन्होंने भी इसे रेफर कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने उसे गोरखपुर के आर्यन हॉस्पिटल में भर्ती कराया. पर वहां भी चिकित्सक सही इलाज नही कर सके और आज तड़के सुबह उसकी मौत हो गई.
परिजनों की माने तो चिकित्सक उसकी बीमारी को नहीं पकड़ सके. जिस कारण सही इलाज न हो सका और उसकी मृत्यु हो गयी. परिजनों के अनुसार, गोरखपुर के चिकित्सक उसकी बीमारी को नए तरह का बुखार बता रहे थे. गौरतलब है कि इस नए तरह के बुखार को बिहार में खासकर मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और चमकी बुखार के नाम से जाना जा रहा है जो तीन वर्ष से लेकर 14-15 वर्ष के बच्चों तक के लिए जानलेवा साबित हो रही है. लिहाजा, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विशाल यादव की मौत का कारण भी यह चमकी बुखार ही है.
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