सीवान : देशरत्न की जयंती पर ‘आखर’ द्वारा रघुनाथपुर के पंजवार में होगा भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मलेन
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर भोजपुरी भाषा और साहित्य के क्षेत्र में समर्पित संस्था आखर द्वारा तीन दिसंबर को रघुनाथपुर में भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इस सम्बन्ध में शुक्रवार को आखर द्वारा प्रेस वार्त्ता कर मीडिया को इसकी जानकारी दी गयी.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आखर के वरिष्ठ सदस्य नवीन कुमार ने बताया वर्ष 2010 से आखर द्वारा हर साल रघुनाथपुर के पंजवार स्थित प्रभा प्रकाश डिग्री कॉलेज में भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मेलन का योजन होता है. इस बार भी सम्मेलन का आयोजन वहीं होगा. उन्होंने बताया कि इसबार सम्मेलन से पूर्व भव्य यात्रा निकाली जायेगी जिसमे भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, भोजपुरी संगीत में व्याप्त अश्लीलता को समाप्त करने, भोजपुरिया महापुरुषों के प्रति सम्मान और राष्ट्रनिर्माण में भोजपुरिया लोगों के योगदान को रेखांकित करते हुए नारे लगाए जाएंगे. हजारों विद्यार्थी हाथों में तख्तियां लेकर गगनभेदी नारे लगाते हुए लगभग 2 किलोमीटर की यात्रा करेंगे. वहीं उन्होंने बताया कि इसके बाद सम्मेलन का बिहार पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय 11 बजे दिन में औपचारिक उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन सत्र में भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता दिलाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की दिशा और दशा पर चर्चा होगी. जिसमे भोजपुरी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जौहर शफियाबादी, डॉ ब्रजभूषण मिश्र, डॉ गोरख मस्ताना, डॉ जितेंद्र वर्मा, डॉ बलभद्र, तंग इनायतपुरी सहित भोजपुरी के दिग्गज साहित्यकार इस विषय का विशद विवेचन करेंगे. उन्होंने बताया कि इसी सत्र के उत्तरार्द्ध में आखर सुर-सम्मान के प्रतिभागियों और विजेताओं को भोजपुरी लोक गीतों के शीर्षस्थ कलाकार भरत शर्मा द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. इसी सत्र मे काशी हिंदू विश्वविद्यालय की शोध छात्रा ऋचा वर्मा और उनके सहयोगी परम्परागत गीतों की प्रस्तुति करेंगे. सत्र के अंत मे आरा के डॉ संजीव सिन्हा के निर्देशन में छोटे-छोटे बच्चे बालगीत की प्रस्तुति देंगे.
वहीं सदस्य संजय सिंह ने कहा कि संध्या सात बजे सांस्कृतिक सत्र की शुरुआत होगी. जिसमे बिस्मिल्लाह खान संगीत महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा आगाज किया जायेगा. उन्होंने बताया कि दिवंगत कपिल पांडेय की गजलों और मैनावती देवी के गीतों को गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जायेगी. इसके बाद पांडेय कपिल जी की अमर रचना फुलसूंघी का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया जाएगा. जिसे कस्तूरबा बालिका इंटर कॉलेज की छात्राएं प्रस्तुत करेंगी. वहीं सदस्य अनिमेष वर्मा ने बताया कि सुर-संग्राम और जिला टॉप जैसे कार्यक्रमों में अपनी गायकी का लोहा मनवा चुकी चंदन तिवारी अपने स्वर का जादू बिखेरेंगी. बलिया के लोक गायक शैलेन्द्र मिश्र का भी कार्यक्रम होगा. उन्होंने बताया कि इस वर्ष संगीतकार चित्रगुप्त का जन्मशताब्दी वर्ष है. लिहाजा, नृत्यगुरु विपुल नायक चित्रगुप्त के गीतों से कोलाज बनाकर अपनी शिष्याओं के साथ लोकनृत्य प्रस्तुत करेंगे. वहीं सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि सम्मेलन में भोजपुरिया कैलेंडर का लोकार्पण होगा. उन्होंने कहा कि भोजपुरीया स्वाभिमान को बढाने वाले 12 महानुभावों के जीवन विवरण और चित्र से सजे इस कैलेंडर का लोकार्पण आगंतुक अतिथि समेकित रूप से करेंगे.
बता दें कि इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुबई से नवीन भोजपुरिया, अफ्रीका से देवेश मिश्र, मुम्बई से अनिमेष वर्मा, फिल्म निर्देशक अमित मिश्रा, अभिनेत्री सुमन सिंह दिल्ली से राजीव सिंह, पंडित राजीव, आदित्य, भावना प्रसाद, सोनभद्र से ब्रजकिशोर तिवारी, पटना से यशवंत मिश्र, अमीषा त्रिपाठी, बलिया से सुनील तिवारी, फिल्म निर्माता मोहन जी श्रीवास्तव, अभिनेता व निर्देशक आशीष त्रिवेदी, आनंद मोहन कलकत्ता से अजय सिंह सिसोदिया, छपरा से प्रो0 पी राज सिंह सहित सैकड़ो आखरियन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पंजवार पहुंच चुके हैं.
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