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सीवान : बक्सर के एएसआई हत्याकांड में प्राथमिकी दर्ज, पिता ने लगाया परिजनों पर हत्या का आरोप

शाहिल कुमार

सीवान के महाराजगंज में बक्सर के डुमराव थाने में पदस्थापित एएसआई अवधेश कुमार को मंगलवार रात्रि तक्कीपुर गांव से हत्या कर फेंकी गई लाश की बरामदगी मामले में मृतक के पिता द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई. प्राथमिकी में मृत्त एएसआई के पिता ने पारिवारिक विवाद परिजनों द्वारा ही हत्या किए जाने की आशंका जाहिर की है.

बता दें कि बुधवार को महाराजगंज के तक्कीपुर गाओं में गण्डकी नदी के बगल झाडियों के पास से एक लाश लावारिश हालत में पाई गई थी. जिसकी पहचान भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के सकरी निवासी जगरनाथ चौधरी का पुत्र अवधेश कुमार चौधरी के रूप में हुई. मृतक अवधेश कुमार चौधरी बक्सर में सअनि के पद पर पदस्थापित थे. बताया जाता है कि एएसआई मंगलवार की शाम चुनावी ड्यूटी से लौटकर घर आये थे. परिवारिक कलह में मृतक के परिजनों द्वारा ही हत्या करने का आरोप मृतक के पिता जगरनाथ चौधरी ने लिखित आरोप पत्र महाराजगंज थाने में दी हैं. जिसमे उन्होंने बताया हैं कि मृतक अवधेश कुमार की हत्या कर शव को बिना कपड़े के रस्सी एवं प्लास्टिक से हाथ पैर बांधकर तककीपुर झाड़ी में फेंक दिया गया गया था. आवेदन में मृतक के पिता ने कहा हैं कि पुत्र अवधेश कुमार चौधरी चुनावी ड्यूटी से लौटकर 7 मई को उनसे मिलने के लिए अपराह्न 3 बजे घर आये थे. 8 मई को सुबह 7 बजे उनके बेटे अमित कुमार चौधरी के फोन पर सूचना मिली कि आपके भाई तक्कीपुर में गिरे हैं. वह मृतक के घर जाकर पूछ-ताछ किये तो मृतक के पत्नी और बच्चे बताये की रात से ही अवधेश कुमार चौधरी गायब हैं. जिनके बारे मे कही पता नही चल रहा हैं. जगरनाथ चौधरी के पुत्र व मृतक के परिजन तक्कीपुर गए जहाँ एएसआई का शव पड़ा हुआ था. मृतक के परिजनों द्वारा टाल-मटोल के रवैये के कारण मृतक के पिता मृतक के परिजनों पर ही हत्या करने की आशंका जाहिर होने का लिखित आरोप लागया हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मृत्तक अवधेश कुमार चौधरी ने पत्नी और बच्चों के होने के बावजूद एक और शादी को थी. जिसको लेकर उनके घर मे बराबर तनाव की स्थिति रहती थी. वहीं महाराजगंज थाना पुलिस मृतक के पिता के आवेदन पर महाराजगंज थाना कांड संख्या 129/ 019 दर्ज कर मामले के जांच में लग गई हैं. महाराजगंज थाना के इन्स्पेक्टर अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि अबतक के पुलिस जांच में घटना स्थल व घर से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रथम दृष्टया मृतक के परिजनों का ही हत्या में संलिप्त होना सत्य प्रतीत होता हैं. इंस्पेक्टर ने बताया कि मृतक एएसआई का पहचान पत्र मृतक के नंगे शरीर पर मिलना. मृतक के हाथ पैर जिस लुंगी के कपड़े से बंधे थे उसके कुछ भाग मृतक के घर से बरामद किए गए हैं. जाँच के क्रम में मृतक व उसके परिजनों के जो जूते थे उनकी धुलाई की गई थी. उसके बावजूद जूतो के सोल में खून लगे थे. घर से भी कुछ कपड़े बरामद किए थे, जिसमें खून लगे थे. घर के बाहर कूड़े पर कुछ कपड़े मिलें जो खून से सने थे. घर के पास खड़ी नई इंडिका कार के बारे में जब थानाध्यक्ष ने परिजनों से पूछताछ की तो परिजन मृतक के बहन के दहेज में ख़रीद कर देने की बात बताई. पुलिस द्वारा जब कार की चाभी परिजन से मांगी तो पहले तो परिजन चाभी नहीं होने की बात बताई गई .जब पुलिस रिजिड हुई तो मृतक के परिजन कार की चाभी पुलिस को थमा दी. पुलिस ने जब कार को खोला तो कार से 9 एमएम की 28 पीस गोली, एक लोहे की खंती, एक चाकू, एक एक लोहे की फसुली बरामद किए गए. वहीं थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के परिजन द्वारा सर्विस रिवॉल्वर को लोडेड 7 गोली के साथ पुलिस को दिया गया था लेकिन 28 गोली की बात होने की बात नही बताई गई थी. कुल मिलाकर 35 गोली व एक सर्विस रिवॉल्वर पुलिस ने बरामद की है. इंडिका कार में रखे तौलियों को भी धुलाई की गई थी. बावजूद इसके तौलियों पर खून के छीटों के धब्बे दिखाई पड़ रहे थे. जिसको फ्रॉनसिक टीम ने जांच किया हैं. पुलिस गहराई से मामले की जांच में लगी हैं. मृतक के परिजनों व आसपड़ोस के लोगो से पुलिस की पूछताछ में जारी है.

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