नालंदा : कुदरत का करिश्मा, दफनाए जाने के दौरान जी उठा मृत्त बच्चा
प्रणय राज
किसी ने सच ही कहा है कि मारने वाला से बचाने बाला बड़ा होता है. यह कहावत बिहार शरीफ में चरितार्थ हुआ है. जहाँ जिस मासूम को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया और पिता मृत समझ दफनाने जा रहा था वहीं वह मासूम अब किलकारी भर रहा है.
यह घटना नालंदा जिले के बिहार थाना इलाके के खैराबाद मोहल्ले की है. जहां पवन राम के 6 माह का पुत्र दीपक लू का शिकार हो गया था. मोहल्ले में इलाज के बाद चिकित्सक ने उसे बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पवन अपने कलेजे के टुकड़े को दफनाने जा रहा था. मिट्टी खोद कर वह बच्चे को दफ़न की प्रकिया कर रहा था. उसके ऊपर मिट्टी डाल रहा था. तभी मोहल्ले के लोगों की बच्चे के चेहरे पर नजर पड़ी तो देखा कि बच्चा अपना चेहरा हिला रहा था. मोहल्लेवासियों ने बच्चे को कब्र से निकाल कर जब धकड़न देखी तो उसकी सांस चल रही थी.
इसके बाद वो लोग उसे लेकर बिहार शरीफ सदर अस्पताल पहुँचे और बच्चे को भर्ती कराया. जहाँ बच्चे का इलाज शुरू हुआ और अब वह खतरे से बाहर है. दफनाने के दौरान बच्चे के सर और शरीर में पूरा मिटटी लगा हुआ था शायद यही कारण है कि बच्चे की जान बच गयी. वहीं घटना की जानकरी मिलते ही बिहार थाना पुलिस सदर अस्पताल पहुंच परिजनों से घटना की जानकारी ली.
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