मोतिहारी : प्राचार्य का फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में बुरे फंसे यूएसआर कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष सतीशचंद्र, दर्ज हुई प्राथमिकी
एम के सिंह
पूर्वी चंपारण जिले के सबसे बड़े प्रखंड कल्याणपुर के सिसवा पटना में स्थापित यूएसआर कॉलेज से फर्जीवाड़ा का एक मामला सामने आया है. इस संदर्भ में कॉलेज के प्राचार्य प्रो रामनरेश प्रसाद सिंह ने केसरिया थाने में कॉलेज प्रबंध समिति के पूर्व अध्यक्ष सतीशचंद्र, उनकी पत्नी श्रेयसी एवं कॉलेज के लिपिक अवध किशोर सिंह को नामजद किया है. इन तीनों पर फर्जी ढंग से दानदाता रसीद काटने एवं प्राचार्य का फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप है.
वैसे तो इस कॉलेज का विवादों से पुराना नाता है. स्थापना काल से लेकर अबतक कल्याणपुर प्रखंड का एकमात्र यह कॉलेज विवादों को लेकर सुर्खियों में हमेशा बना रहता है. ताजा मामला कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाने से जुड़ा है. यूएसआर कॉलेज की पूर्व की प्रबंध समिति का कार्यकाल बीते जनवरी माह में ही समाप्त हो गया है. कॉलेज की नई प्रबंध समिति के गठन को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्चतर माध्यमिक) पटना द्वारा पूर्वी चंपारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी से कॉलेज के दानदाता से संबंधित प्रतिवेदन मांगा गया है.
उधर, अपनी पत्नी श्रेयसी को कॉलेज प्रबंध समिति का नया अध्यक्ष नियुक्त कराने के लिए पूर्व के अध्यक्ष ने कॉलेज के ही एक लिपिक अवध किशोर सिंह को अपने पाले में कर लिया और प्राचार्य का फर्जी हस्ताक्षर करके अपनी पत्नी को बगैर दान की राशि अदा किए जाली रसीद कटवा कर दानदाता घोषित किया. इतना ही नहीं प्राचार्य के फर्जी हस्ताक्षर का उपयोग जिला शिक्षा पदाधिकारी को दानदाता से संबंधित अभ्यावेदन भेजने के लिए भी किया गया. इस मामले में प्राचार्य प्रो.सिंह का कहना है कि उन्होंने न तो रसीद काटने का आदेश उक्त लिपिक को दिया है और न जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में दानदाता की अद्यतन स्थिति को लेकर भेजे गये अभ्यावेदन पर कोई हस्ताक्षर किया है. प्राचार्य ने कॉलेज प्रबंध समिति के पूर्व अध्यक्ष सतीशचंद्र पर फर्जीवाड़ा करने का गंभीर आरोप लगाया है.
प्राचार्य प्रो सिंह ने स्पष्ट किया है कि कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष सतीशचंद्र एक जालसाज किस्म के व्यक्ति हैं और फर्जीवाड़ा उनका पेशा है. यहां बता दें कि केसरिया थाना क्षेत्र के सिसवा पटना निवासी सतीशचंद्र दो-तीन नामों से जाने जाते हैं. भारत सरकार के आयकर विभाग से जारी एक पैन कार्ड कार्ड पर उनका नाम सतीशचंद्र एवं दूसरे पैनकार्ड पर सतीशचंद्र गौतम है. गांव में लोग उन्हें चंदन कुमार सिंह के भी नाम से जानते हैं. सतीशचंद्र उर्फ चंदन कुमार सिंह के विरुद्ध देश की राजधानी नई दिल्ली से लेकर पूर्वी चंपारण जिले के कई थानों में धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, ठगी एवं चेक बाउंस के करीब दर्जन भर मामले दर्ज हैं. प्राचार्य द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के साथ ही केसरिया पुलिस फर्जीवाड़े के इस मामले की जांच में जुट गयी है.
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