मोतिहारी : फसल क्षति मुआवजा भुगतान में विलंब से पीड़ित किसान आक्रोशित, अब करेंगे एनएच जाम
एम के सिंह
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के संसदीय क्षेत्र पूर्वी चंपारण के किसान अपने फसल के नुकसान के बाद मुआवजे की मांग को लेकर दर-दर की ठोकर खा रहे हैं. हालत ऐसी है कि इन पीड़ित किसानों की सुधि न तो प्रशासन ले रहा है और न स्थानीय जनप्रतिनिधि. फसल क्षति का ताजा मामला पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया प्रखंड अन्तर्गत सेमुआपुर का है.
पिछले 26 अक्टूबर को सेमुआपुर के बदुरही चवर में बिजली का तार गिर जाने से गन्ना के खेत में भीषण आग लग गयी थी. इस अग्निकांड में करीब छह बिगहा जमीन में लगी गन्ने की फसल जलकर राख हो गई थी. इस मामले में पीड़ित सेमुआपुर किसान अजय कुमार, मुक्तिनाथ सिंह, विनोद सिंह, सुनील कुमार ठाकुर, नवीन कुमार तिवारी एवं राघव तिवारी ने संयुक्त रुप से केसरिया के अंचलाधिकारी को एक आवेदन देकर मुआवजे की मांग की थी. इस अग्निकांड के बारह दिन बीत जाने के बावजूद अबतक अंचल प्रशासन द्वारा स्थल निरीक्षण नहीं किए जाने से इन किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. उधर, जय किसान आंदोलन की एक टीम ने आज सेमुआपुर पहुंच कर गन्ना फसल के जले खेतों का जायजा लिया. जय किसान आंदोलन के प्रदेश संयोजक बाबूनंद प्रसाद शर्मा ने कहा कि बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के अधिकारी सेमुआपुर के पीड़ित किसानों के साथ क्रूर मजाक कर रहे हैं. उन्होंने पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी से इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर पीड़ित किसानों को फसल क्षति का मुआवजे दिलाने की मांग की है. प्रदेश संयोजक ने कहा कि एक पखवारे के अंदर अगर मुआवजा राशि का भुगतान नहीं हुआ तो सेमुआपुर चौक पर यहां के किसानों के साथ मिलकर हमारा संगठन नई दिल्ली-काठमांडू राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करेगा.
किसानों की इस ज्वलंत समस्या के बावत पुछे जाने पर केसरिया के अंचलाधिकारी रंजन कुमार ने बताया कि सेमुआपुर में बिजली का तार गिर जाने से गन्ना के खेत में आग लग जाने से फसल नुकसान की जानकारी मिली है. पीड़ित किसानों का आवेदन प्राप्त हुआ है. अंचलाधिकारी के मुताबिक इस मामले में बिजली विभाग से रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी.
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