मोतिहारी : एससी-एसटी एक्ट के प्रावधानों के खिलाफ भारत बंद का चंपारण में व्यापक असर, राधामोहन मुर्दाबाद के लगे नारे
एम के सिंह
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट के प्रावधानों में किए गये संसोधन को अध्यादेश लाकर केन्द्र सरकार द्वारा समाप्त किए जाने के खिलाफ सवर्ण संगठनों के आह्वान पर आहूत भारत बंद का चंपारण में व्यापक असर देखने को मिला. भारत बंद के दौरान शहर की सभी दुकाने बंद रही. एससी-एसटी को छोड़कर तमाम लोगों ने भगरत बंद को अपना समर्थन दिया.
बता दें कि पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी सहित जिले के रक्सौल, रामगढ़वा, छपवा, ढाका, पताही, पिपरा, तुरकौलिया एवं चकिया में आज सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर गये. सवर्ण सेना संघ सहित अन्य सवर्ण संगठनों के बैनर तले सड़क पर उतरे बंद समर्थक केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किये गये संसोधन को वापस लेने की मांग कर रहे थे. जिला मुख्यालय मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी चौक पर सड़क जाम कर रहे बंद समर्थकों ने केन्द्रीय कृषि मंत्री सह स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाये. केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ नारेबाजी का दौर कुछ देर तक चला. शहर के गांधी चौक, छतौनी चौक, अस्पताल चौक, चांदमारी रेलवे गुमटी, शहर से सटे रघुनाथपुर में बंद समर्थकों ने सड़क पर आगजनी कर अपना विरोध जताया. बंद समर्थकों में केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखा गया.
एससी-एसटी एक्ट को लेकर संसद द्वारा पारित प्रस्ताव को सवर्ण समाज के नेताओं ने काला कानून करार दिया. शहर में कई स्थानों पर बंद समर्थकों को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बलप्रयोग भी किया. भारत बंद के दौरान सड़कों पर यातायात ठप्प रहा. बंद का असर रेल परिचालन पर भी देखने को मिला. कई ट्रेने विभिन्न स्टेशनों पर फंसी रही. सड़क जाम के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. भारत बंद के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस मुस्तैद रही. मोतिहारी के सदर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी पूरे दिन पुलिस बल के साथ शहर में भ्रमणशील रहे.
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