कटिहार : सदर अस्पताल में चार दिनों के अंदर बेड की कमी से दो नवजात बच्चों की मौत
सुमन कुमार शर्मा
कटिहार जिला के सदर अस्पताल में एसएनसीयूबी में बेड की कमी और समुचित उपचार के अभाव में फिर एक नवजात की मौत हो गई. पिछले तीन दिन पूर्व भी एक नवजात की मौत एसएनसीयूबी में भर्ती नहीं किए जाने के कारण मौत हो गई थी. बुधवार को हुई नवजात की मौत को लेकर मृतक नवजात के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. परिजनों ने प्रसव गृह में तैनात एएनएम पर अवैध उगाही का आरोप भी लगाया.
बता दें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गीता देवी पति बबलू खरवार को सुबह आठ बजे प्रसव पीड़ा होने पर सदर अस्पताल प्रसव गृह में भर्ती कराया गया था. इस दौरान महिला ने शिशु को जन्म दिया. नवजात की स्थिति गंभीर देख एएनएम ने एसएनसीयूबी उसे भर्ती कराने की सलाह दी. इधर, एसएनसीयूबी में बेड खाली नहीं रहने की बात बता नवजात को भर्ती लेने से वहां मौजूद कर्मियों ने असमर्थता जताई. जिसके बाद समुचित इलाज नहीं होने पर नवजात की मौत हो गई. परिजनों का आरोप था कि प्रसव कराने के नाम पर नर्स एवं आशा के द्वारा पैसे की मांग की जाती है. जब तक रुपया नहीं दिया जाता है तब तक प्रसव नहीं होता है. सुबह आठ बजे पीड़िता को प्रसव वार्ड में प्रसव कराने आई तो प्रसव कराने से पहले आशा एवं नर्स ने पैसे की मांग की. उन लोगों ने पैसा दिया, इतना ही नहीं एसएनसीयूबी में नवजात को भर्ती कराने के लिए वे लोग भाग दौड़ करते रहे, लेकिन उसे भर्ती नहीं किया जा सका. इसको लेकर परिजनों ने काफी देर तक वहां हंगामा किया.
वहीं परिजनों ने कहा कि लगातार सदर अस्पताल में बच्चे की मौत, मरीज के परिजनों से रुपये की मांग पूरी व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है. सिविल सर्जन द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. जब सदर अस्पताल प्रांगण में हंगामा होता है तो मामले की लीलापोती कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो इसको लेकर आंदोलन किया जाएगा.
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