कटिहार : कुर्सेला रेलवे स्टेशन पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन की हुई शुरुआत
सुमन कुमार शर्मा
कटिहार जिला के कुरसेला रेलवे स्टेशन पर दो दिनों से कुर्सेला बिहारीगंज रेल पथ निर्माण संघर्ष समिति कुर्सेला के द्वारा अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की गई है. रेल मंत्रालय व रेल विभाग की लापरवाही के कई योजना घोषणा के बावजूद भी धरातल पर वर्षो बीत जाने के बाद भी जमीन पर नही दिख रही है.
बिहारीगंज रेल पथ निर्माण के लिए अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत 10 सूत्री मांगों को लेकर कुरसेला परिक्षेत्र के लोगों ने सोमवार से कुरसेला रेलवे स्टेशन परिसर में तकरीबन दो दशकों से स्थगित कुरसेला-बिहारीगंज रेल पथ निर्माण के लिए अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत कर दी है. आंदोलनकारियों का कहना है कि एक ओर सरकार बुलेट ट्रेन चलाने की बात कर रही है, स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रही है. वहीं तकरीबन दो दशक पहले आरंभ हुए कुरसेला-बिहारीगंज रेल पथ निर्माण में इतनी उदासीनता क्यों दिखा रही है. आंदोलनकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तब तक वह सत्याग्रह करते रहेंगे.
बता दें कि इस परियोजना का शिलान्यास सन् 1999 मे उस समय के रेलमंत्री रामविलास पासवान ने किया था आंदोलनकारियों का कहना है कि कितनी सरकारें आई और गई, किंतु इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं गया. इस आन्दोलन में विभिन्न मांगों को लेकर कुर्सेला क्षेत्र के सभी दलों के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. जिसमें मुख्य रूप से समाजसेवी बिनोद राज झा, संटू यादव, रूमी खान, रणधीर जायसवाल, अजय यादव, गोपाल सह, मनोज जायसवाल, राजशेखर जायसवाल, रूबी देवी, किरण देवी, रीना देवी, गुड्डू महलदार, दिलशाद खान और सैकड़ों आंदोलनकारी शामिल हुए.
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