छपरा : अल्पावास गृह में संवासिनी का यौन शोषण, नाईट गार्ड और संचालिका गिरफ्तार
धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी
छपरा के महिला सुधार गृह की संवासिनी के यौन शोषण का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. शहर के मौना मुहल्ला स्थित इस महिला अल्पावास गृह में अन्य कई अनियमितताए भी सामने आईं हैं. इस मामले में एक सुरक्षाकर्मी तथा एनजीओ के संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इन तीनों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि अल्पावास गृह की सभी संवासिनियों को सीवान जिले के अल्पावास गृह में शिफ्ट कर दिया गया है. राज्य महिला विकास निगम की प्रबन्ध निदेशक एन विजयलक्ष्मी ने इस मामले को लेकर जिला प्रशिक्षण सह पुनर्वास पदाधिकारी, पुनर्वास गृह को संचालित करने वाले एनजीओ के सचिव तथा अल्पावास गृह के सुरक्षा प्रहरी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था. साथ ही उन्होंने अल्पावास गृह को सील कर इसके संवासिनियों को तत्काल सीवान जिले के अल्पावास गृह में स्थानांतरित करने के लिए भी निदेशित किया था. इस पूरे मामले का खुलासा राज्य महिला विकास निगम की एक राज्यस्तरीय टीम द्वारा विगत 10 जुलाई को की गई जांच में हुआ. इस मामला के सामने आते ही प्रशासनिक अमले में भी अफरातफरी मच गई. जिला के परसागढ़ में नाबालिग किशोरी के यौन शोषण का मामला अभी ठंढा भी नहीं पड़ा था कि महिला सुधार गृह का यह ताजा मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया है.
बता दें कि यह अल्पावास गृह शहर के मौना मुहल्ले में एक किराए के मकान में संचालित होता था. जिला प्रशासन के नियंत्रणाधीन एक एनजीओ ‘नारी कल्याण संस्थान’ इस अल्पावास गृह का संचालन करता था. सूत्रों के अनुसार, महिला विकास निगम की राज्यस्तरीय टीम द्वारा की गई जांच में यह सामने आया कि इस अल्पावास गृह में यहीं के सुरक्षाकर्मी द्वारा एक संवासिनी का यौन शोषण किया जा रहा है. यही नहीं अल्पावास गृह में संवासिनियों से ही खाना बनवाने,शौचालय की सफाई कराने आदि का कार्य भी कराया जाता है. टीम ने इस अल्पावास गृह में कई अन्य अनियमितताएं भी पकड़ीं।टीम ने अपनी रिपोर्ट महिला विकास निगम की प्रबन्ध निदेशक एन विजयलक्ष्मी को सौंपी. रिपोर्ट मिलते ही उन्होंने सारण जिला प्रशासन को सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए इस अल्पावास गृह को बंद करने का आदेश दिया है.
जिला प्रशासन को दिए गए आदेश में कहा गया है कि संवासिनी के यौन शोषण के मामले में अल्पावास गृह के सुरक्षा प्रहरी रामस्वरूप पंडित, उन्हें निरन्तर सेवा में बनाए रखने और अल्पावास गृह के संचालन में निगरानी और नियंत्रण नहीं रखने के आरोप में महिला प्रशिक्षण-सह-पुनर्वास पदाधिकारी सरोज कुमारी तथा पुनर्वास गृह को संचालित करने वाले एनजीओ ‘नारी कल्याण संस्थान’ के सचिव रणधीर कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.
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