बेतिया : आर्मी के जवान शहीद शिवाजी को दी गयी अंतिम विदाई
अंजलि वर्मा
बेतिया का एक लाल देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया. जिसे अंतिम विदाई में जनसैलाब उमड़ गया. प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि के अलावा हजारो की संख्या में लोग शहीद शिवाजी के घर पहुंचे जहां उन्हें अंतिम विदाई दी गयी. इस दौरान मुजफ्फरपुर के जाट रेजिमेंट के जवानो ने शहीद शिवजी कुमार को सलामी देकर उन्हे श्रद्धांजली दी.
बता दें कि शहीद का शव चनपटिया के चुहड़ी स्थित पटखौली गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया. गांव वालो के साथ साथ परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. जिले के एसपी-डीएम ने भी शहीद को श्रद्धांजली देते हुए शहीद के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया. शहीद शिवाजी अमर रहे के नारे से पुरा इलाका गुंज गया था और हर कोई अपने शहीद जवान की एक झलक पाने को बेताब था.
वहीं शहीद के भाई ने बताया कि शिवाजी 2010 में आर्मी में बहाल हुए थे और सबसे पहले रांची में उनका पदस्थापन हुआ था. उसके बाद प्रेसिडेंसिल गार्डस में ड्यूटी करने के बाद चाईना बार्डर पर तैनात थे. जहां गश्ती के दौरान भू-स्खलन के कारण शिवाजी की मौत हो गयी थी. शिवाजी को दो बच्चे हैं जिसमें एक लड़का है और एक लड़की हैं जो छोटी है.
मौके पर स्थानिय जनप्रतिनिधियो ने भी शोक संप्तत परिवार को ढ़ाढ़स बंधाया. शिवाजी लांस नायक के पद पर थे और 332 मिडियम रेजिमेंट में तैनात थे. जहां 7 अगस्त को अरूणाचल प्रदेश के सुबनशिरी वैली में लाईन आफ एक्चुअल कंट्रोल के पास एक हादसे में उसकी मौत हो गयी थी. जिसके बाद उसके शव को कोलकाता के रास्ते पटना लाया गया और पटना से आज सुबह पैतृक गांव पहुंचा था. गांव के पास हीं शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.
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