बेतिया : फिर हुई मानवता शर्मसार, निजी क्लिनिक के सामने कुत्ते ने बनाया नवजात को निवाला
अंजलि वर्मा
बिहार की बेटियां सिर्फ अल्पवास गृह या स्कूल कालेज में हीं असुरक्षित नहीं बल्कि है गर्भ में पलने वाली लड़किया भीं इस घिनौनी सिस्टम का शिकार हो रही है. आलम यह है कि बिहार में लड़कियो पर इंसानो से लेकर जानवर तक नोंच नोंच कर खा रहे है. बेतिया में मानवता को शर्मसार कर देने वाली कुछ ऐसी हीं तस्वीर आज देखने को मिली जंहा शहर के अस्पताल रोड में सुबह कुछ लोगो ने एक नवजात को सड़क पर फेंका हुआ देखा.
हद तो यह है कि नवजात के शव को आवारा कुत्ते नोंच नोंच कर खा रहे थे जिसकी सूचना जब स्थानिय वार्ड पार्षद दिपेश सिंह को लगी. तब स्थानिय वार्ड पार्षद ने कुछ लोगो के सहयोग से पहले तो नवजात के शव को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया उसके बाद उसे दफन करवा दिया. दरअसल, पिछले सात आठ दिनो से अस्पताल रोड स्थित मित्रा चौक, कोतवाली चौक व अन्य जगहो पर नवजात बच्चियो को फेंका जा रहा था. जिसको लेकर स्थानीय पार्षद ने इस इलाके में नीजि क्लीनिक चलाने वाले चिकित्सकों को इस बाबत निर्देश भी दिया था. बावजुद इसके धड़ल्ले से बेतिया में ना सिर्फ भ्रुण का परीक्षण किया जा रहा है बल्कि गर्भ में हीं लड़कियो की हत्या भी की जा रही है. जो बेहद चौंकाने वाला है.
सबसे हैरत की बात तो यह है कि इसी क्षेत्र में स्थानीय सांसद डा संजय जायसवाल का भी आवास है साथ हीं उनके भाई का भी आवास व क्लीनिक है. बावजुद इसके इस तरह से इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर का सामने आना बेहद शर्मनाक है. यह आवारा कुत्ता सिर्फ नवजात के शव को नहीं नोंच रहा है बल्कि उस सिस्टम को नोंच रहा है जो भ्रष्ट हो चुकी है जो पैसे के लिए बिक चुकी है और जो पैसे के लिए इस दुनिया में आने से पहले हीं लड़कियो की हत्या कर रहा है. बेतिया के वार्ड नम्बर 26 के निवासी जितेश सिंह ने गैर लाइसेंसी क्लीनिकों और फर्जी चिकित्सकों के विरुद्ध एक मुहिम चला रखी है. इस घटना के सामने आने के बाद जितेश सिंह ने जिला प्रशासन से बिना लाइसेंस के चलने वाले क्लीनिकों को बमद कराने की मांग की है.
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