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बेगूसराय : फर्जी तरीके से गांव को निर्मल ग्राम घोषित कराए जाने का मामला उजागर

नूर आलम

बेगूसराय सदर प्रखंड कार्यालय में मंगलवार को उस समय शोर-शराबा व अफरातफरी का माहौल हो गया जब लगभग 250 से अधिक महिलाओं ने अचानक बीडीओ कार्यालय को घेरकर अपने गांव और अपने घर में शौचालय निर्माण की मांग करने लगीं. बीडीओ रविशंकर ने कहा कि आपका पंचायत 2007 में ही निर्मल ग्राम घोषित हो गया था, अब शौचालय का निर्माण नहीं किया जाएगा.

प्राप्त जानकारी के अनुसार संस्कृति जीविका महिला संगठन द्वारा सदर प्रखंड क्षेत्र के निर्मल ग्राम पंचायत लड़ूआरा में समूह का आयोजन चल रहा था और समूह द्वार ऋण देकर शौचालय बनवाने की योजना बताया गया. जिस पर सैकडों महिलाओं ने कहा कि मेरे घर में कोई शौचालय नहीं है और हमलोग खुले में शौच को विवश है. सभी महिलाओं ने एकत्र होकर मंगलवार को सदर प्रखंड कार्यालय पहुंचकर शौचालय निर्माण की मांग करने लगी. जबकि प्रखंड कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों के अनुसार, लडुआरा गांव पूर्व से हीं निर्मल ग्राम घोषित है.

विदित हो कि निर्मल ग्राम को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाता है. ऐसे में शौचालय विहीन लड़ुआरा ग्राम पंचायत निर्मल घोषित किया जाना पूर्व के पदाधिकारी से लेकर मुखिया तक के न सिर्फ  कारगुजारियों को उजागर कर रहा है बल्कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम को ठगने का काम किया गया है. देखना होगा कि इस बड़े फर्जीवाड़े पर शासन और प्रशासन क्या कार्रवाई करते हैं.

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