बेगूसराय : भू-विस्थापितों को आईटीआई में नामांकन में आरक्षण की मांग को लेकर छात्र करेगें आंदोलन
पिंकल कुमार
बेगूसराय के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में नामांकन में सरकार द्वारा दिए गए भू-विस्थापितों के आश्रितों को 12 सीटों के आरक्षण की मांग को लेकर युवाओं ने मंगलवार को आईटीआई कॉलेज परिसर में एक बैठक की. बैठक में 12 सीटों के आरक्षण की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा बनाई गई.
बैठक में वक्ताओं ने कहा पूरे भारतवर्ष में पनहास एक ऐसा अभागा गांव है जिस की जमीन का अधिग्रहण चारों तरफ से किया गया. पुलिस लाइन, पाइप लाइन, बाजार समिति और आईटीआई कॉलेज के लिए इस गांव की जमीन का अधिग्रहण सरकार के द्वारा किया गया. इसके बदले में सरकार द्वारा दी जाने वाली किसी भी सुविधा से ग्राम वासियों को मरहूम रखा गया. यह सरासर अन्याय है. ग्राम वासियों के लंबे संघर्ष के बाद सरकार के द्वारा कॉलेज के नामांकन में भू-विस्थापितों को नामांकन में 12 सीटों का आरक्षण प्रतिवर्ष दिया गया था. 2001 से बिना कारण बताए बिना किसी पूर्व सूचना के नामांकन कोटे को रद्द कर दिया गया. ग्राम वासियों के साथ सरकार के द्वारा छल किया गया. भोले भाले ग्राम वासियों ने उस समय इसका कारण जानने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई सूचना नहीं मिली. जबकि सारण आईटीआई में अभी भी भू-विस्थापितों के आश्रितों को नामांकन में आरक्षण दिया जा रहा है. फिर एक ही सरकार में दो आईटीआई कॉलेजों में अलग-अलग कानून क्यों हैं. इसके विरोध में आज युवा संगठित हुए हैं. चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति बनाई है. नामांकन कोटे की वापसी तक हमारा लोकतांत्रिक संघर्ष जारी रहेगा.
मौके पर मौजूद युवाओं में फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिला अध्यक्ष प्रदीप क्षत्रिय, जन अधिकार युवा परिषद के जिला अध्यक्ष समीर चौहान, रमन शार्दूल, धनंजय कुमार, डॉ रवि रंजन सिंह, मोनू कुमार, लालू कुमार, किशन कुमार, बंटी कुमार, शशिकांत सिंह, चुनचुन राम, मोहम्मद अफजल, अमन महतो, मोहम्मद जाबिर, उमेश सिंह व सरोज शाह सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहें.
Comments are closed.