बेगूसराय : युवक की मौत पर भीड़ ने थाने में घुसकर किया हंगामा, थानाध्यक्ष समेत सभी पुलिसकर्मी जान बचाकर हुए फरार
नूर आलम
बेगूसराय में शनिवार को बखरी थाना के समीप युवक के शव को सड़क पर रखकर परिजनों पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी किया.
परिजनों ने बखरी थानाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए बताया घटना की सारी जानकारी आवेदन के माध्यम से थानाध्यक्ष को दिया गया. लेकिन घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी बखरी पुलिस अबतक किसी तरह की कोई कार्रवाई तो दूर घटना स्थल पर जाने तक मुनासिब नहीं समझा.
गौरतलब हो कि 12 नवंबर की देर रात धर्मवीर को किसी अज्ञात ने उसके मोबाइल नंबर पर फोन कर उसे मिलने के लिए बुलाया. जिसके बाद वह उससे मिलने चला गया. उसी रात अज्ञात लोगों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. धर्मवीर को 13 नवंबर की अहले सुबह सलौना रेलवे स्टेशन के समीप गड्ढे में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाया गया. जिसके बाद परिजनों ने उसे बखरी के निजी नर्सिंग होम में ईलाज कराया. जहाँ डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय रेफर भेज कर दिया. परिजनों ने इस मामले की सारी जानकारी इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष संजय कुमार को आवेदन देकर मामले से अवगत कराया. वही इलाज के दौरान शुक्रवार की दोपहर धर्मवीर की मौत हो गई.
मौत की खबर मिलते ही परिजनों एवं स्थानीय लोगों गुस्सा फूट पड़ा. शनिवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित महिला, पुरुष एवं बच्चों ने बखरी थाना के समीप बखरी-बेगूसराय एवं बखरी-रोसड़ा मुख्य पथ को 3 घंटे से अधिक समय तक शव रखकर जामकर हंगामा किया. आक्रोशित लोगों का गुस्सा इतने पर भी शांत नहीं हुआ और आक्रोशित भीड़ को समझाने गए एसआई राजीव कुमार रंजन को लोगों ने खदेड़ते हुए थाना परिसर में घुसकर जमकर हंगामा किया.
हंगामे के दौरान सारे पुलिस पदाधिकारी उग्र भीड़ को थाने परिसर में प्रवेश करता देख अपनी जान बचाने के लिए नौ दो ग्यारह हो गये. इस दौरान मौजूद सिपाहियों से नोंक-झोंक भी हुई. स्थानीय लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल एवं पुलिसिया आश्वासन के बाद जाम को हटाया गया. इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष संजय कुमार ने मामले को गंभीरता से लेने एवं जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तार करने की बात कहीं.
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