बेगूसराय : मुखिया पुत्र दो सगे भाईयों की हत्याकांड के आरोपी गिरफ्तार, खुद के हवाले किये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया थाना का घेराव
पिंकल कुमार
बेगूसराय में सोमवार की रात हुए भगवानपुर निवासी और रसूलपुर पंचायत के मुखिया सीताराम महतो के दो बेटो की हत्या मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब खोदाबंदपुर थाना पुलिस द्वारा चोरी के आरोप में पकडे गये दो युवक इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम देने वाले निकले. जिसके बाद पुरे मामले का खुलासा हो गया. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद हत्याकांड से नाराज और आक्रोशित लोगों ने खोदाबंदपुर थाना का घेराव कर जमकर हंगामा किया. आक्रोशित लोग पकडे गये हत्यारों को भीड़ के हवाले किये जाने की मांग कर रहे थे. गिरफ्तार दोनों आरोपियों में एक की पहचान भगवानपुर के ही रौशन कुमार चौधरी के रूप में हुयी जबकि दूसरा कसहा निवासी उसका साला बताया जा रहा है.
दरअसल, मुखिया सीताराम के बेटे रामलाल महतो ने शिक्षक की नौकरी दिलाने के लिए रौशन कुमार को डेढ़ लाख रुपया दिया था. नौकरी नहीं मिलने पर रामलाल रौशन से अपने रुपये वापस मांग रहा था. जिसको लेकर दोनों बीच कई बार विवाद भी हुआ था. सोमवार की रात रौशन ने रामलाल को फोन कर रुपया देने के लिए बुलाया. जिसपर एक दिन पहले बाहर से घर आये रामलाल के बड़े भाई जितेन्द्र महतो भी उसके साथ हो लिया. दोनों भाई रौशन के बताये पते गांव के बाहर वहियार के तरफ बाबा चिमनी के पास अवस्थित उसके मुर्गी फर्म पर गये. जहाँ पहले से मौजूद आधा दर्जन आदमियों की सहायता से रौशन ने दोनों भाईयों पर हमला बोल दिया और जितेन्द्र महतो की हत्या कर डाली. अपने भाई की हत्या को देख रामलाल किसी तरह वहां से भागा. लेकिन रौशन सहित सभी लोग उसके पीछे हो लिए और फिर उसे पकड़ कर उसी की मोटरसाइकिल पर बिठा कर उसे खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव स्थित पेट्रोल पंप के पास अवस्थित लीची बगान मे ले गये. जहाँ उसकी भी हत्या तेज हथियार से सिर पर हमला कर हत्या कर दी गयी. फिर बोर में उसके शव को रख वे लोग उसकी मोटरसाइकिल पर आकर उसके शव से भरे बोर को बाँध रहे थे. इसी दौरान पेट्रोलिंग पर निकली खोदाबंदपुर थाना पुलिस ने उनलोगों को बाइक के पास संदिग्ध अवस्थामें देख उन्हें रुकने का इशारा किया तो सभी लोग वहां से भागने लगे और नदी में कूद गये. जिसके बाद पुलिस ने लोगों की मदद से रौशन कुमार चौधरी और उसके साला को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को लगा कि दोनों चोर हैं. पुलिस ने दोनों को थाना लाकर लॉकअप में बंद कर दिया. लेकिन मंगलवार की सुबह जब बीके पर बोर में पड़ी लाश की जानकारी हुयी तब मामले के रहस्य पर से पर्दा उठा और जघन्य दोहरे हत्या कांड को अंजाम देने वाले खुद ब खुद पुलिस गिरफ्त में हो गये.
उधर, भगवानपुर में लोगों को इस बात की जानकारी मिलने के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए भगवानपुर थाना क्षेत्र में रोड जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोग खोदाबंदपुर थाना आ पहुंचे और थाना का घेराव कर पकडे गये दोनों आरोपियों को खुद के हवाले किये जाने की मांग करने लगे. जिसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी निशांत कुमार और डीएसपी विरेन्द्र कुमार सिंह कई थानों की पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँच काफी प्रयत्न के बाद थाना से लोगों के हुजूम को वापस कराया. हालाकि घटना को लेकर अभी भी पुरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुयी है.
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