बाढ़ : सरकारी एम्बुलेंस से ऑक्सीजन का पाइप गायब, मरीज को लेना पड़ा प्राइवेट एम्बुलेंस का सहारा
ब्रजकिशोर ‘पिंकू’
बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में एक बार फिर बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. गुरुवार को एक हार्ट के मरीज को सांस लेने में काफी दिक्कत थी. उसे अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. पीएमसीएच रेफर के बाद जैसे ही सरकारी वाहन पर उसे लेटाया गया. ऑक्सीजन का पाइप के नहीं मिलने के कारण करीब आधे घंटे तक मरीज को सरकारी वाहन में लिटाया रहा गया. ऑक्सीजन का पाइप नहीं मिला तो फिर उसे प्राइवेट एंबुलेंस पर शिफ्ट कराया गया. प्राइवेट एंबुलेंस से पटना पीएमसीएच भेजा गया.
सवाल यह उठता है ऑक्सीजन का पाइप गया कहां या उसे छुपा दिया गया. ताकि मरीज को प्राइवेट एंबुलेंस से भेजा जाए और दलाल को कुछ कमीशन बन जाए. सरकारी एंबुलेंस पर सिर्फ चालक ही मौजूद थे.जबकि उसमें एक ईएमटी की भी ड्यूटी रहती है. जो इमरजेंसी में उसे वाहन पर उपचार करते हुए पटना ले जाता है. करीब आधे घंटे तक मरीज के परिजन काफी परेशान रहे हैं. सरकारी एंबुलेंस के रहने के बावजूद भी उसे प्राइवेट एंबुलेंस से पटना भेजा गया.
वहीं धर्मवीर कुमार चालक का कहना है कि ऑक्सीजन का पाइप दवा यह सब देखना ईएमटी का काम है मेरा काम सिर्फ गाड़ी चलाना है. अभी ईएमटी के नहीं रहने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. कई फोन के बाद ईएमटी अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचा और उसने सरकारी वाहन से ही ऑक्सीजन का पाइप निकाला. आखिर ऑक्सीजन का पाईप को किसने छुपाया यह एक गंभीर सवाल है. सूत्रों की माने तो यह सब कमीशन का खेल है अनुमंडलीय अस्पताल में दलाल के होने के कारण इस तरह की घटनाएं होती है. ताकि वह प्राइवेट एंबुलेंस से कमीशन ले सकें.
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