बांका : कांवरिया पथ पर नशे की खूब हो रही बिक्री
आमोद कुमार दुबे
बिहार सरकार औऱ बांका जिला प्रशासन द्वारा कांवरिया पथ को नशा मुक्त बनाने की कई वर्षो से लगातार की जा रही घोषणा इस वर्ष भी सफल नही हो सकी है। इसलिए इस सावन में भी कांवरिया पथ से नशे की अत्यधिक सेवन वाले कई कांवरिया चांदन, कटोरिया, औऱ बेलहर सहित कांवरिया पथ के अस्थाई स्वास्थ्य केंद्रों में अपना इलाज करा चुके है. इससे साफ जाहिर है कि कांवरिया पथ में इन दिनों नशे के सौदागरों की पौबारह है.
बता दें कि इस पथ पर नशीला गुटखा के अलावे भांग औऱ विभिन्न रूपो में गांजा की बिक्री भी होती है. सम्पूर्ण कांवरिया पथ पर गुटखा तो अधिकतर जगहों पर खुले आम बिक रहा है. जबकि भांग को बाबा की बुटी कह कर बेचा जाता है औऱ इसी नाम से कांवरिया उसे खरीदते भी है. वही गांजा का सेवन करने वाले कांवरिया की संख्या सबसे अधिक होती है. कुछ तो आदतन औऱ कुछ शौक से इसका सेवन करते है. वहीं कुछ कांवरिया इसका सेवन अपने सहयोगियों की देखा देखी भी करते है. इसमे उसका तर्क यह है कि हमलोग बाबा के भक्त हैं. इसलिए बाबा की बूटी का सेवन करने से बाबा खुश होते है.
कांवरिया पथ में जहाँ गांजा खुले पुड़िया के अलावे सिगरेट में भर कर भी बेचा जाता है. इसे खरीदने के लिए दुकानदार को ब्रेन टॉनिक के नाम से जाना जाता है। इसको दुकानदार बड़े सहज ढंग से तैयार करता है. सबसे सस्ता सिगरेट खरीद कर उसके खैनी को बाहर निकाल कर उसमे गांजा भर दिया जाता है और उसे ही ब्रेन टॉनिक के नाम से 30 से 50 रुपये में बेच दिया जाता है.
इतना ही नही कुछ नेपाल औऱ दूसरे जगहों से आने वाले कांवरिया अपने घर से गांजा लेकर आते हैं औऱ अपने उपयोग के बाद शेष को दुकानदारों के पास बेच कर चले जाते हैं. यह कहना गलत होगा कि इसकी जानकारी पुलिस को नही है पर एक माह के लिए ड्यूटी करने वाले पदाधिकारी इस प्रकार का लफड़ा लेकर जाना नही चाहते हैं औऱ इस प्रकार कांवरिया पथ पर नशा के सौदागर लगातार अपना धंधा फैला रहे हैं.
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