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सीवान : बिहार सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ शिक्षक अधिकार महापंचायत आयोजित

अभिषेक श्रीवास्तव

सीवान में रविवार को बिहार सरकार की शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीतिओं के खिलाफ शिक्षक अधिकार महापंचायत का आयोजन हुआ. शहर के टाउन हॉल में आयोजित इस महापंचायत की मुख्य अतिथि राजद नेता अवध बिहारी चौधरी व विशिष्ट अतिथि एमएलसी वीरेंद्र नारायण यादव  ने दीप प्रज्वलित कर शुरुआत की. अध्यक्षता परिवर्तनकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने किया जबकि मंच का संचालन उदय नारायण सिंह ने किया.

कार्य्रकम को संबोधित करते हुए अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि सरकारी स्कूलों से पढ़ कर ना जाने कितने लोगों ने बड़े-बड़े पद और उँचाइयों को छुएं हैं. लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण शिक्षक समाज आज उपहास के पात्र बने हुए हैं. इन नियोजित शिक्षकों के कारण ही शिक्षा का प्रचार प्रसार हुआ है. इन्हें बिना सम्मान दिए शिक्षा का विकास कदापि सम्भव नहीं है. वहीं वीरेन्द्र नारायण यादव ने शिक्षकों के पक्ष में जोरदार समर्थन करते हुए कहा कि मेरी पूरी सहानुभूति शिक्षकों के साथ है. समान काम के बदले समान वेतन दिलाने के लिए मैं हर संभव प्रयासरत हूं. इस लड़ाई में, मैं सरकार के साथ नहीं बल्कि सौ फीसदी शिक्षक के साथ हूं. प्रदेश प्रवक्ता देवेंद्र सिंह ने बिहार सरकार व अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए शिक्षकों के साथ हो रहे सौतेलेपन व शोषणकारी नीतियों की तीव्र भर्त्सना की. उन्होंने कहा कि  शिक्षकों के कंधों पर 29 तरह के गैर-शैक्षणिक कार्यों का बोझ डाल कर शारीरिक व मानसिक शोषण का शिकार बनाया जा रहा हैं. सरकार दमनकारी नीतियों के घमंड के घोड़े से नीचे उतरे अन्यथा प्रदेश के नियोजित शिक्षक एकजुट हुए तो भूचाल आ जाएगा. वहीं प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा कि प्रदेश के तमाम शिक्षक सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में है. बिहार सरकार शिक्षकों का सम्मान करना सीखें व समान काम के लिए समान वेतन लागू करें अन्यथा हर मोर्चे पर अब भारी विरोध झेलने को तैयार रहें. अब शिक्षक किसी भी शर्त पर न तो पीछे हटने वाले हैं और न ही अपना वाजिब हक छोड़ने वाले हैं. उन्होंंने कहा कि किसी भी कीमत पर शिक्षक समान काम के समान दाम लेकर रहेंगे. दुनियाँ की कोई भी ताकत अब इसे नहीं रोक सकती.

प्रदेश संयोजक श्री प्रणय कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायादेश का पालन करतें हुए नियोजित शिक्षकों को पटना हाई कोर्ट ने समान काम के लिए समान वेतन देने का आदेश का फैसला सुनाया था. जबकि बिहार सरकार बेवजह शिक्षकों को कानूनी अड़चन में फ़साने हेतु सुप्रीम कोर्ट में एस एल पी दायर की हैं ताकि शिक्षकों का बहुमूल्य समय व भविष्य बर्बाद हो सके. उन्होंंने कहा कि केस में शिक्षकों की जीत सुनिश्चित है. जिला अध्यक्ष राजीव कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हमारा संगठन शिक्षकों की इस जीत के लिए हर लड़ाई लड़ने व कोई भी कुर्बानी सहित हर मोर्चे पर तैयार हैं. उन्होंंने संगठन के साथ तमाम शिक्षकों को कदम से कदम मिलाकर साथ चलने कि सलाह दी. पटना हाई कोर्ट से समान काम समान वेतन केस में जीत के नायक और मुख्य याचिकाकर्ता उपेंद्र राय ने कहा कि शिक्षक का अपमान, देश के कमजोर होने का प्रमाण है, जो अपने कर्तव्यों को देश की सेवा मानकर करते हैं. उन्हें बेवजह कोर्ट में घसीटा जा रहा हैं. सुप्रीम कोर्ट में भी अंतिम और निर्णायक जीत हमारी होगी.

मौके पर जमील अहमद विद्रोही प्रदेश प्रधान सचिव, अखिलेश कुमार सिंह प्रदेश सचिव, जयप्रकाश नारायण यादव प्रदेश संयुक्त सचिव, देवेंद्र सिंह प्रदेश प्रवक्ता, अशोक कुमार सिंह प्रदेश कोषाध्यक्ष, दाऊद अली प्रदेश उपाध्यक्ष, राजीव कुमार श्रीवास्तव जिला अध्यक्ष, रामप्रीत विद्यार्थी जिला महासचिव,राजेश यादव, अजय प्रसाद, राजीव कुमार, राधेश्याम यादव, पंकज कुमार श्रीवास्तव, केशव राम, विजय कुमार पाल, विकास कुमार सिंह, नरसिंह कुमार, देवेंद्र सिंह, विनोद तिवारी, दाऊद अली,  गुल मोहम्मद, संतोष बैठा, शर्मिला चौधरी, छोटेलाल मांझी, हरेकृष्ण यादव, ब्रजेश कुमार, रत्नेश कुमार, ललन यादव, संदीप प्रसाद, शैलेश कुमार, जितेंद्र कुमार यादव, हरिनाथ यादव, तौसीफ अहमद, राजन कुमार भारती, पुष्पेंद्र कुमार राम, अनिल कुमार राम, विजय प्रसाद, अनिल कुमार सिंह, मनीष कुमार रजक, चंदन कुमार, राजेश कुमार सिंह, अंशु पांडेय, विनय प्रकाश राम, शम्भु कुमार सहित हजारों शिक्षक मौजूद रहें.

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