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कैमूर : डॉक्टर की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, आक्रोशित लोगों ने दुर्गावती सर्विस सड़क को किया जाम

कैमूर/भभुआ || जिले के मोहनिया नगर के दुर्गावती सर्विस रोड स्थित मां मुंडेश्वरी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. जिसके बाद मृतका के परिजनों ने सड़क जाम करते हुए जमकर हंगामा किया. वहीं हॉस्पिटल के संचालक समेत डॉक्टर और सभी स्टाफ हॉस्पिटल से फरार हो गए. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हॉस्पिटल को सील कर दिया. वहीं मृतका का बच्चा खतरे से बाहर बताया जा रहा है.

मृतक महिला की पहचान मोहनिया थाना क्षेत्र के कौड़ीराम गांव निवासी चंदन सिंह की पत्नी श्वेता सिंह के रूप हुई है. वहीं मृतका के पति चंदन सिंह और मोहनिया जिप सदस्य गीता पासी ने बताया कि कल रात्रि में श्वेता सिंह की तबियत बिगड़ी, जो गर्भवती थी, जिसे मोहनिया के मां मुंडेश्वरी हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया जहां पानी चढ़ाने के बाद बोला गया कि बच्चा उल्टा है. क्योंकि रिपोर्ट जो है गलत है, जिसके बाद मैने कहा कि आपसे इलाज संभव हो तो करिए नहीं तो हम कहीं और ले जायेंगे. तब, चिकित्सक द्वारा ऑपरेशन करके बच्चे को बाहर निकाला गया और महिला को टांका दे दिया गया. उसी समय महिला की हालत खराब हो गई. रात में उसका पल्स गिरने लगा तो डॉक्टर को बोला गया. उन्होंने कहा कि ठीक है सब, जिसके बाद मैं रात भर का जागा, 3 बजे सुबह बगल के दुकान पर चाय पीने चला गया. जब 20 मिनट बाद लौटा तो आवाज देना शुरू किया, लेकिन अस्पताल के सभी कर्मी फरार थे. जब आभास हुआ कि श्वेता सिंह की मौत हो गई है. इसके बाद मृतक परिवार और पुलिस को सूचना दिया.

वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा अस्पताल को सील किया गया. इस दौरान मौके पर मोहनिया अंचलाधिकारी पुष्पलता कुमारी मजिस्ट्रेट के तौर पर मौजूद रहीं.
सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची मोहनिया विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि फर्जी अस्पतालों के संचालन की सूची जिला से मांगी गई है, कार्रवाई के लिए भी बोला है, सबकी जांच की जाएगी, और सभी फर्जी डॉक्टरों पर कार्रवाई किया जाएगा. वहीं इस मामले पर कैमूर सिविल सर्जन डॉ चंदेश्वरी रजक ने बताया कि मामला मोहनिया में हुआ है जहां एक फर्जी डॉक्टर की लापरवाही की वजह से महिला की मौत हो गई है. फिलहाल, अस्पताल को सील कर दिया गया है. इस मामले में जांच कर कार्रवाई होगी. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील किया है कि हमारे अस्पतालों में काफी संख्या में एंबुलेंस की सुविधाएं है, अगर आपको तकलीफ़ है तो स्थानीय अस्पताल जाए या 102 पर कॉल करें, ताकि ऐसे झोला छाप डॉक्टरों से लोगों की जिंदगी को बचाया जा सके. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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