बेतिया : भंगहा पंचायत में आशा कार्यकर्ता की बहाली को लेकर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश

बेतिया || जिले के मैनाटांड़ प्रखंड क्षेत्र के भंगहा पंचायत में आशा कार्यकर्ता की बहाली को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. ग्रामीणों और महिलाओं ने पंचायत के मुखिया और मैनाटांड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के (बीसीएम) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि बिना आमसभा आयोजित किए ही वार्ड संख्या 13 में आशा बहाली कर दी गई है, जिसको लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया.
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बहाली प्रक्रिया पूरी तरह से अपारदर्शी और एकतरफा रही. न तो पंचायत स्तर पर कोई आमसभा बुलाई गई और न ही वार्ड के लोगों को इस संबंध में कोई जानकारी दी गई और न ही वार्ड सदस्य को जानकारी दी गई. ग्रामीणों का कहना है कि यह बहाली प्रक्रिया नियमों के विरुद्ध है और इससे योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ है. विरोध कर रही एक महिला ने कहा, “हमारे वार्ड में ना तो किसी आमसभा की सूचना दी गई, ना ही पंचायत में इसकी कोई चर्चा हुई. यह पूरी बहाली पहले से तय योजना के तहत की गई है, जिसमें पारदर्शिता का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा गया.”
मौके पर ग्रामीण महिलाएं पार्वती देवी, सुगंधी देवी,लालसा देवी, मोहपति देवी, उमा देवी बासमती देवी, रोवन राम,लखन राम,संतोष राम, बिकाऊ राम,ठग राम, रामजीत राम,जग राम आदि लोग मौजूद रहे. ग्रामीणों ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) और जिला प्रशाशन से उच्चित कार्रवाई की मांग की. इधर, इस मामले को लेकर भंगहा पंचायत के मुखिया से दूरभाष के माध्यम संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका और वहीं मैनाटांड़ सीएचसी के बीसीएम से जब इस मामले की जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया है कि आम सभा हुआ था और आगे संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया. (ब्यूरो रिपोर्ट).
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