मोतिहारी : चंपारण सत्याग्रह के पूरे हुए 108 वर्ष, राज्यपाल ने संगोष्ठी में की शिरकत

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || अंग्रेजी शासन के विरुद्ध चंपारण सत्याग्रह की नींव रखने 108 वर्ष पहले आज ही के दिन महात्मा गांधी चंपारण आए थे. आज का दिन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में काफी महत्वपूर्ण है. मंगलवार को पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी के बापू प्रेक्षागृह में इस उपलक्ष्य में गांधी फाउंडेशन और कृषि विज्ञान केंद्र पिपरा कोठी के द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शामिल हुए.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद राधामोहन सिंह की उपस्थिति में इस संगोष्ठी का उद्घाटन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने दीप प्रज्जवलित करके किया. वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं राज्यपाल का स्वागत स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने की.
इस अवसर पर राज्यपाल ने चंपारण की धरती को नमन करते हुए कहा कि सत्याग्रह आंदोलन के लिये गांधी जी को जिस ग्रन्थ से प्रेरणा मिली उसका नाम गीता है. उन्होंने गांधी जी के आदर्शों को अपनाने पर बल दिया. राज्यपाल ने शहर के चरखा पार्क पहुंच कर गांधी जी की स्मृतियों को देखा और स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि जो लोग अपने राष्ट्रीय आंदोलन के स्मृतियों को भूल जाते हैं उनका ज्योग्राफी मिट जाता है.

मौके पर मंत्री व विधायकगण भी रहे मौजूद
संगोष्ठी के दौरान बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान, पूर्व मंत्री व मोतिहारी के विधायक प्रमोद कुमार, पिपरा के विधायक श्यामबाबू यादव, ढाका विधायक पवन जायसवाल, चिरैया विधायक लालाबाबू प्रसाद एवं गोविंदगंज के विधायक सुनिल मणि तिवारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
सुरक्षा का रहा कड़ा इंतजाम
राज्यपाल के कार्यक्रम में सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया गया था. इस कार्यक्रम को लेकर 1500 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मियों का पहरा रहा.ट्रैफिक व्यवस्था का खाका भी तैयार किया गया था. राज्यपाल के कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 15 सौ पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. सुरक्षा में 06 एसडीपीओ, 16 इंस्पेक्टर, 350 पुलिस पदाधिकारियों के अलावा लगभग 11 सौ जवान सुरक्षा में तैनात किए गये थे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).