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कैमूर : वेतन भुगतान सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर 102 के एंबुलेंस कर्मियों ने किया हड़ताल

कैमूर/भभुआ || जिले में अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर 102 के एंबुलेंस कर्मियों ने शनिवार को हड़ताल कर दिया और सदर अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन कर बिहार सरकार और स्वास्थ मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर बड़ा आंदोलन करने का चेतावनी भी दी.

वहीं 102 एंबुलेंस के बिहार सचिव ऋषि मुनी राम ने बताया कि हम सभी 102 के एंबुलेंस कर्मियों का चार माह से वेतन नहीं मिला है और ना हीं छः माह का पीएफ मिला है, जिसके कारण हमलोग और हमारा परिवार भूखे मरने की कगार पर आ गया है. इसको लेकर हमलोगों ने कैमूर सिविल सर्जन और डीपीएम से कई बार कहा, लेकिन उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन मिला, हमलोगों का वेतन नहीं मिला. इसलिए हम सभी 102 के एंबुलेंस कर्मी लाचार होकर आज हड़ताल कर धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने बताया कि कैमूर जिला अंतर्गत 102 एंबुलेंस का संचालक वर्तमान में पीडीपीएल कंपनी के द्वारा किया जा रहा है. इसके संचालक का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहना है कि इंटक कंपनी के पत्रांक 2 में दिनांक 12 सितंबर 2024 को पत्र के माध्यम से 20 सितंबर 2024 से आनिश्चित कालीन हड़ताल के लिए पत्र दिया गया था जो कि 19 सितंबर को उनके द्वारा मौखिक वार्ता के बाद हड़ताल को स्थगित कर दिया गया था, उनके द्वारा आश्वासन दिया गया था कि दशहरा के पूर्व हीं हम लोगों का तीन महीने का वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा. परंतु आज तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया, जिसके कारण सभी एंबुलेंस कर्मियों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.

बता दें कि हड़ताली एंबुलेंस कर्मियों के पांच सूत्री मांगों में चार माह का वेतन का भुगतान किया जाए, बकाया पीएफ एवं ईएसआईसी अद्यतन के खाते में तुरंत जमा किया जाए, नई कंपनी में सभी कर्मचारियों का समायोजन किया जाए, हैंडोवर लेने के 48 घंटा के अंदर कर्मचारियों का एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाए एवं मृतक ईएमटी नागेंद्र कुमार का बकाया तीन माह का वेतन एवं पीएफ में काटी गई राशि को दिया जाए शामिल है. वहीं एंबुलेंस कर्मियों के मांग पत्र में यह भीबकहा गया है कि यदि हमारी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो हम सभी 102 के एंबुलेंस कुर्मी बाध्य होकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. अगर, इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो उनकी सारी जवाबदेही जिला स्वास्थ्य समिति एवं पीडीपीएल कंपनी की होगी, इसके साथ हीं हड़ताल के क्रम में सभी एंबुलेंस अपने अस्पताल परिसर में खड़ी रहेंगी. इस दौरान एंबुलेंस में किसी तरह की क्षति होती है तो उसकी जिम्मेदारी भी अस्पताल प्रबंधन की होगी. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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