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सीवान : बड़हरिया के दर्जनों सरकारी विद्यालयों में सबमर्सिबल पंप का काम आधा अधूरा और एजेंसी ने उठा लिया पूरा पैसा

सीवान || जिले के बड़हरिया प्रखंड के सरकारी स्कूलों में गर्मी के दिनों में बच्चों को पानी की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में सबमर्सिबल पंप लगाने का निर्णय लिया था. इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रति स्कूल ढाई लाख से 2 लाख 70 हजार रुपए खर्च कर 250 से 300 फिट की गहराई में बोरिंग कर सबमर्सिबल पंप लगाने का निर्देश दिया था. इसी के साथ विद्यालय में पानी टंकी स्थापित करने के साथ हैंडवाश स्टेशन का भी निर्माण किया जाना था. हैंडवश स्टेशन में आधा दर्जन नल लगाए जाने थे, जिससे कि स्कूली बच्चों को पीने के लिए शुद्ध पे जल के साथ हाथ धोने एवं शौचालय के उपयोग में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और स्कूलों में गर्मी के दिनों में बच्चों को चापाकल के आगे लाइन लगने से छुट्टी दिलाने के उद्देश्य से यह योजना लागू की गई थी. लेकिन, बड़हरिया प्रखंड के कई स्कूलों में लगाए गए सबमर्सिबल पंप के निर्माण में एजेंसी द्वारा घोर अनियमितता बरती गई है.

कई विद्यालयों में केवल बोरिंग करके ही छोड़ दिया गया है, तो कई विद्यालयों में हैंडवाश स्टेशन को मापदंड के अनुसार न बनाकर बिना टाइल्स लगाए तो कही आधे अधूरे नल लगा दिया गया है. और तो और कुछ विद्यालयों में हैंडवाश स्टेशन से निकलने वाले पानी का समुचित व्यवस्था न कर योजना की राशि का उठाव कर लिया गया है. वहीं कुछ स्कूलों में सबमर्सिबल पंप अपने मापदंड के अनुसार लगाए गए भी हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय सदरपुर, उच्च माध्यमिक विद्यालय कोइरीगांवा हरदिया, उच्च माध्यमिक विद्यालय सुंदरी में सबमर्सिबल पंप और हैंडवाश स्टेशन अपने मापदंड के अनुसार बनाए गए हैं, जिसका स्कूली बच्चों द्वारा समुचित उपयोग भी किया जा रहा है. लेकिन, ज्यादा स्कूलों में आधा-अधूरा कार्य ही की गई हैं. जैसे कन्या उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोइरीगांवा, मध्य विद्यालय पहाड़पुर, मध्य विद्यालय महमूदपुर, मध्य विद्यालय बंगरा, भलुआ, मध्य सह उच्च विद्यालय कुडवा सहित दर्जनों स्कूलों मे आधे अधूरे कार्य कर एजेंसी द्वारा रुपए का उठाव कर लिया गया है. वहीं दीनदयालपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में लगाए गए सबमर्सिबल पंप से नमकीन पानी आने के कारण स्कूली बच्चे इसका उपयोग करना ही बंद कर दिए हैं.

वहीं इस मामले में शिक्षा विभाग के इंजीनियर धीरेन्द्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चुनाव के समय प्रखंड में 200 सबमर्सिबल पंप लगाने का लक्ष्य दिया गया था. लेकिन, चुनाव बाद 50 सबमर्सिबल पंप लगाने का लक्ष्य दिया गया है. लेकिन अभी तक प्रखंड के 16 स्कूलों में ही सबमर्सिबल पंप लगा है, जिसमे कहीं टंकी नहीं लगा है तो कही नल का कार्य अधूरा है. विभाग से जैसे-जैसे पैसा मिल रहा है, वैसे ही अधूरे कार्य को पूरा किया जा रहा है. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).

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