सीवान : रंग लाने लगी दाहा नदी संरक्षण अभियान समिति की मेहनत, अभियान से जुड़ ग्रामीण युवाओं ने श्रमदान कर की घाट की सफाई में किया सहयोग
सीवान || शनिवार को सीवान के टड़वा मठिया के पास श्रमदान से जलकुंभी हटाकर दाहा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए दाहा नदी संरक्षण अभियान के सदस्य जुटे. यहां सिर्फ जलकुंभी नहीं हटाई जा रही थी अपितु दाहा नदी के प्रति लगाव और अपनेपन के भाव को भी जागृत किया जा रहा था. वहीं स्थानीय ग्रामीण युवा भी जुटे और उन्होंने न सिर्फ श्रमदान किया अपितु संकल्प भी लिया कि वे दाहा नदी के स्वच्छता के प्रति सदैव समर्पित रहेंगे. अब खुद-ब-खुद दाहा नदी संरक्षण अभियान से जुड़ते जा रहे लोगो के ऐसे जुड़ाव से अभियान में दिन प्रतिदिन मजबूती बढ़ रही है.
वहीं विद्याभवन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर रीता कुमारी ने स्थानीय युवाओं को दाहा नदी के महत्व और नदी पर आए संकट के बारे में बताया. प्राचार्या ने बताया कि मात्र अभी जलकुंभी हटाने से सबसे पहले पानी में होने वाले निरंतर ऑक्सीजन के कमी से जो जीव को हानि हो रही थी उन्हें हल्की राहत मिलेगी और यह एक संदेश भी है कि जनमानस आगे आए, इस अभियान से जुड़े ताकि अत्यधिक मानव बल और अर्थ से नदियों को सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त होने के प्रति जागरूकता फैलाया जाए. वहीं प्रो रविंद्र नाथ पाठक, शिक्षाविद गणेश दत्त पाठक , विद्याभवन महाविद्यालय की वरीय व्याख्याता डॉक्टर पूजा तिवारी, डॉक्टर रीता शर्मा,, इतिहासकार कृष्ण कुमार सिंह, युवा चित्रकार रजनीश और समाजसेवी अनमोल कुमार ने भी श्रमदान करते हुए स्थानीय ग्रामीण जनता को दाहा नदी संरक्षण के प्रति जागरूक और प्रेरित किया.
मौके पर मौजूद स्थानीय युवाओं प्रिंस कुमार, मोनू कुमार, मोहित यादव, अमित कुमार, गुड्डू, सोनू कुमार आदि ने जहां दाहा नदी से जलकुंभी हटाने के लिए श्रमदान किया. वहीं प्राचार्या डॉक्टर रीता कुमारी ने सभी को दाहा नदी के संरक्षण के लिए सदैव प्रयासरत रहने का संकल्प भी दिलाया. स्थानीय पार्षद अमित कुमार भी मौके पर पहुंचे और अपनी तरफ से दाहा नदी के संरक्षण के लिए योगदान का भरोसा दिलाया. इस अवसर पर सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अभिमन्यु कुमार, बाबू राम, शशि आदि भी मौजूद रहे.
गौरतलब है कि सीवान की लाइफ लाइन माने जाने वाली दाहा नदी हाल के दिनों में बेहद प्रदूषित हो चुकी है. इसमें पसरी जलकुंभी जहां एक तरफ दाहा नदी के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित कर रही है वहीं पानी से ऑक्सीजन को खींच कर जलीय जैव विविधता को भी तबाह कर रही है. दाहा नदी संरक्षण अभियान के सदस्य नियमित अंतराल पर जलकुंभी को हटाकर सिर्फ नदी की सफाई में योगदान नहीं दे रहे अपितु नदी के महत्व के बारे में स्थानीय लोगों को जागृत कर उनके हृदय में दाहा नदी के प्रति श्रद्धा को बढ़ाने का काम भी कर रहे हैं. साथ ही स्थानीय लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे दाहा नदी में कचरा या गंदगी न फेंके. (सेंट्रल डेस्क).
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