कैमूर : इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए नहीं मिला पैसा तो छात्र ने अपने हीं अपहरण की साजिश रच पिता से की दो लाख फिरौती की मांग
कैमूर से बड़ी खबर है, जहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए छात्र ने अपने ही अपहरण का साजिश रच कर अपने पिता से दो लाख फिरौती की मांग कर डाली. पिता ने स्थानीय थाना भभुआ में आवदेन देकर न्याय की गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने 48 घंटे में छात्र को बरामद कर लिया. अपहरण की बात झूंठ निकली.
शनिवार को कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि 1 फरवरी 24 को भगवानपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ियां गांव निवासी स्वर्गीय कन्हैया साह के पुत्र राम जी शाह ने अपने पुत्र प्रिंस कुमार के अपहरण का मामला भभुआ थाना में दर्ज कराया था. जिसके बाद वादी द्वारा दो लाख रुपए की फिरौती मांगने की भी सूचना पुलिस को दी गई थी. जिसके बाद मामले को गंभीरता से देखते हुए मेरे निर्देश पर भभुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विषेश टीम का गठन किया गया. तकनीकी अनुसंधान के क्रम में जहां-जहां छात्र के उपस्थित होने की साक्ष्य मिला, वहां-वहां पुलिस टीम को रवाना किया गया और छापेमारी की गई. इसी क्रम में पुलिस को ज्ञात हुआ कि अपहृत प्रिंस कुमार हावड़ा रेलवे स्टेशन पर है, जहां से परिजनों के सहयोग से उसे भभुआ लाया गया. वहीं पुछताछ में अपहृत छात्र प्रिंस कुमार ने बताया कि उसे इंजीनियरिंग की कोचिंग करने के लिए कोटा राजस्थान जाना था. पर उसके पिता उसे पैसे नही दे रहे थे क्योंकि उसके घर में बहन की शादी होने वाली थी. तभी छात्र के दिमाग में एक प्लान आया की इंटर की परीक्षा देने डीएवी स्कूल रतावर जाऊंगा और वहीं से कहीं चला जाऊंगा और अपने अपहरण के बहाने अपने पिता से 2 लाख रुपए की फिरौती की मांग करूंगा. जिसके बाद अपने तय किए हुए प्लान के तहत ये अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ दिया और अपने पिता के नाम से लिया हुआ एक अन्य सिम कार्ड को लेकर 1 फरवरी को परीक्षा देने के बाद मोहनिया रेल्वे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर गया स्टेशन चला गया. फिर वहां पर अनजान व्यक्ति से मिलकर उसको पैसे का लालच देकर उसके मोबाइल में अपना सिम डालकर अपने पिता को फोन किया और अपने अपहरण की सूचना देते हुए दो लाख रुपए फिरौती की मांग किया और वो भी अपने अकाउंट में, जिसका अनुसंधान करते हुए पुलिस ने छात्र को बरामद कर लिया है. पुलिस के अनुसंधान में फिरौती हेतु अपहरण का मामला झूठा पाया गया है. वादी के पुत्र प्रिंस कुमार द्वारा स्वयं की अपरहण की झूठी कहानी रची गई थी.
वहीं छात्र के पिता रामजी साह द्वारा बताया गया कि बेटी के शादी के लिए घर में पैसा रखें हुए थे, जिसे देखकर मेरे पुत्र के द्वारा पैसे की मांग की जा रही थी. पिता द्वारा पुत्र प्रिंस कुमार को शादी के बाद कोटा भेजने की बात बोला गया था, लेकिन यह पहले ही अपने पिता से पैसे ऐठने के लिए अपने अपरहण की झूठी कहानी रची गई थी. फिलहाल, पुलिस ने छात्र को बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया है. वहीं वादी द्वारा कैमूर पुलिस को धन्यवाद दिया गया है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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