सीवान : सीआरपीएफ जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
सीवान जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के बिसनपुरा गांव निवासी सीआरपीएफ जवान राकेश कुमार की छत्तीसगढ़ में गत 12 जनवरी को ड्यूटी के दौरान हुई मौत के बाद सोमवार को पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
परिजनो की माने तो वह छत्तीसगढ़ के 150वी बटालियन में कार्यरत था. जहां रात 11:00 बजे ड्यूटी के दौरान ही उसके सीने में दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद सीआरपीएफ कैंप स्थित मेडिकल चेकअप ले जाने के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई. परिजनों को सूचना वहां से सीआरपीएफ के अधिकारियों द्वारा फोन पर दी गई. घटना के बाद पूरे परिवार में मातमी सन्नाटा पसर गया. वहीं ग्रामीण इलाकों में जवान के मौत के बाद शोक की लहर दौड़ गई, उसका पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह सीआरपीएफ के वाहन से उसके पैतृक गांव बिशनपुरा पहुंचा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसके शव को अंतिम विदाई दी गई और ग्यासपुर स्थित सरयू नदी किनारे उसके पुत्र द्वारा उसे मुखाग्नि दी गई.
शव आने के बाद परिजनो पर टूटा दुख का पहाड़
थाना क्षेत्र के बिशनपुरा गांव निवासी सीआरपीएफ जवान राकेश कुमार की मौत के बाद परिजन बेसुध हो गए. उसके पार्थिव शरीर से लिपटकर उसके मासूम बच्चे रो रहे थे. वहीं उसकी पत्नी वहां मौजूद जवानों से उसे दिखाने की बार बार जिद्द कर रही थी. मौजूद लोग जवान के परिजनो को संभालने में जुटे हुए थे तो कोई अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था. जैसे ही सीआरपीएफ के वाहन से उसका शव पहुंचा. हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. भारत माता की जय और जय हिन्द के नारे से पूरा माहौल देश भक्तिमय हो गया.
सूचना के बाद परिजनो का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
बिशनपुरा गांव में मृतक सीआरपीएफ जवान राकेश कुमार के मौत के बाद परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है. उसके परिवार में उसकी पत्नी अलका देवी, पुत्र ऋषभ कुमार, पुत्री अंशिका कुमारी, पिता जय नारायण राम, भाई अजय कुमार, पंकज कुमार, शशि कुमार शामिल है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे एसआई ललित कुमार, सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर अमृत कुमार सिंह, सरपंच ब्रिजेश पाल, मुखिया रणजीत कुशवाहा, मिन्हाज सोहग्रवी, गुड्डू राम समेत हजारों लोग मौजूद थे. (समरेंद्र ओझा की रिपोर्ट).
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