वैसे तो अमरूद अधिकांश सभी मौसमों में पाया जाने वाला फल है पर जाड़े के दिनों में यह काफी ज्यादा पाया जाता है. अमरूद एक अमृत फल है और इसे पूरे देश में विभिन्न नामों से जाना जाता है. यह हिंदी में “अमरूद” के रूप में प्रचलित है, तमिल में “कोय्या पाज़म”, गुजराती में “जाम फाल”, तेलुगू में “जामपंडू”, मलयालम में “नट्टू पेराका”, कन्नड़ में “सेबेकेयी”, मराठी में “पेरू” पंजाबी में “अमृत” और बंगाली में “पेरा” ज़्यादातर लोगों को अधिक बीज के साथ कठोरता के कारण अमरूद पसंद नहीं होता है. हालांकि, यह एक चमत्कारी फल है जो मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभ प्रदान करता है. यह फल पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत है. इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, लाइकोपीन, एंटीऑक्सिडेंट्स, मैंगनीज, फॉलेट (एक खनिज जो प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करता है), पोटेशियम, कैल्शियम, लोहा, क्वैक्सेटीन, फाइबर, फोलिक एसिड और बहुत कुछ में हैं. अमरूद का स्वाद बहुत अच्छा होता है जब यह कटा हुआ होता है और मसाला चाट के साथ छिड़क कर खाया जाता है.
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