रामगढ़ : रैयत विस्थापित मोर्चा ने टाटा कंपनी के जीएम कार्यालय के समक्ष दिया धरना
खालिद अनवर
झारखण्ड के रामगढ़ में गुरूवार को रैयत विस्थापित मोर्चा ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक 2017 व विस्थापन के विरुद्ध और भू-स्वामी रैयतों किसानो के अधिकार को लेकर टाटा कंपनी के बेस्ट बोकारो जीएम कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया. वहीं मांगों के पूरा नहीं किये जाने पर आने वाले पांच फ़रवरी को पुरे कोयलरी में चक्का जाम किये जाने की चेतवानी भी दी.
बताया जाता है कि रामगढ़ जिले के बेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के टाटा कंपनी की इकाई टिस्को कंपनी के मनमाने रवैये को लेकर गुरूवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंचे रैयत विस्थापित मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष फागु बेसरा ने कहा कि जिला प्रशासन की सह पर बेस्ट बोकारो में टाटा कंपनी कोयले का अवैध खनन कर रही है. रैयतों विस्थापित किसानों को उनका अधिकार नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार और जिला प्रशासन के सह पर टाटा कंपनी क्षेत्र में कोयले का अवैध खनन कर रही है. जिन लोगों की जमीन और खेत को टाटा कंपनी ने जबरन ले लिया है. वह आज भुखमरी के कगार पर है. टाटा कंपनी अपने हक और सम्मान के लिए रैयतों और किसानों के द्वारा चलाए जा रहे हैं आंदोलन को अपने पैसों के बदौलत कुचलना चाहती है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपने हक के लिए आंदोलन करने की छूट सभी को है लेकिन झारखंड सरकार की सह पर टाटा कंपनी किसानों उनका हक और सम्मान देना नहीं चाहती.
कार्यक्रम के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. टाटा कंपनी द्वारा किसी भी हाल में धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के प्रयास में थी. लिअहजा, जिला प्रशासन द्वारा आंदोलन को कुचलने के लिए धारा 144 भी लगाया गया था. लेकिन इसका कोई असर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे रैयत विस्थापित मोर्चा पर नहीं हुआ. मोर्चा के द्वारा टाटा कंपनी के जीएम को 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है. साथ ही यह चेतावनी दी गयी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आगामी पांच फरवरी से जिले में नाकाबंदी की जाएगी और जिले से कोयला, लोहा सहित खनिज पदार्थों को जिले से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष फागु बेसरा,एतो बास्के, पन्ना लाल मुर्मू, जोधेश्वर भोक्ता, सहित हजारो कार्यकर्त्ता मौजूद रहें.
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