बेतिया : आजादी के 70 सालों के बाद शहर में किरासन की आपूर्ति बंद, लोगों ने किया प्रदर्शन
अंजलि वर्मा
बेतिया शहर के टिकुलिया चौक पर बुधवार को लोगों ने सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए और चेतावनी दी कि शहरी क्षेत्रों में अगर किरासन की आपूर्ति नही की गई तो हम चनपटियावासी सड़कों पर उतरकर आंदोलन भी करेंगे.
इतना ही नही लोगों ने कहा कि जिनको हमने चुना है वो हमारी बात नही सुनेंगे तो हमे अपनी संसद भी चलानी पड़ेगी. हम बात एक ऐसी सरकार की कर रहे हैं, जो सबका साथ-सबका विकास के वादे पर सत्ता में आयी थी, अब समाज के सबसे कमजोर व गरीब लोगों को सब्सिडी वाला किरासन देने में आना-कानी कर रही है. इससे अब शहरी गरीबों को जल्द ही अंधेरे में रात गुजारनी होगी. केंद्र सरकार के निर्णय पर तेजी से घटाया जा रहा किरासन का कोटा इस ओर साफ इशारा कर रहा है कि अब गांव के लोगों को भी दो लीटर की जगह महज एक लीटर ही किरासन कोटे की दुकान से मिल सकेगा. शहरी क्षेत्रों में बिजली की स्थिति कुछ ठीक तो है लेकिन अभी भी कई शहरी गरीबों के घर बिजली का कनेक्शन तक नही है. ऐसे में उन गरीबों को लालटेन व ढिबरी का ही सहारा रहता है. यानी आम-आदमी की जरूरत केरोसिन से ही पूरी होती है. शहर में तेल बंद होने से शहरी गरीबों को अब न सिर्फ अंधेरे में रात गुजारनी होगी बल्कि भोजन-पानी भी करना मुश्किल होगा. इधर तेल का कोटा बंद होते देख डीलरों का भी हाल बेहाल है, तेल को लेकर अभी तक कार्डधारकों से वितरण के दौरान बहस होती थी लेकिन तेल बंद होने के बाद वह स्थिति को कैसे संभालेंगे.
प्रदर्शनकारियों में मनोहर प्रसाद, शिवनाथ साह, जगत साह, रविन्द्र प्रसाद, आशिक देवान, कुर्बान मियाँ, रौशन कुमार, सुदर्शन साह, संजय कुमार, अमर कुमार व शंकर साह आदि मौजूद रहे.
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